पब्लिक फर्स्ट | भोपाल |

1989 बैच के आईएएस हैं, अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर, दिल्ली में सीएम से भी मिले

1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन मप्र के नए मुख्य सचिव हो सकते हैं। वे अभी प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार में सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय में सचिव हैं

दो दिन पहले मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अनुराग जैन की दिल्ली स्थित एमपी भवन में मुलाकात हो गई है। माना जा रहा है कि वे जल्द ही मप्र लौट सकते हैं, ताकि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले उन्हें मुख्य सचिव बनाया जा सके।

अभी प्रभारी मुख्य सचिव वीरा राणा का कार्यकाल मार्च 2024 में पूरा हो रहा है। यानी उनके रिटायरमेंट में तीन माह बचे हैं। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता फरवरी अंत या मार्च में लगने की अटकलें हैं।अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। पूर्व मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन के समय भी जैन के मुख्य सचिव बनने की सुर्खियां बनीं, पर केंद्र ने उन्हें नहीं छोड़ा।

चूंकि मप्र में भाजपा की सरकार फिर बन गई है, इसलिए केंद्र उन्हें मप्र वापस भेज सकती है। बता दें, अनुराग जैन के साथ इसी बैच के मोहम्मद सुलेमान (स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव) और जेएन कंसोटिया (फॉरेस्ट एंड फूड प्रोसेसिंग) भी मुख्य सचिव की दौड़ में हैं।

तब 1990 का आएगा नंबर

केंद्र सरकार ने यदि अनुराग जैन को नहीं छोड़ा तो संभावना है कि 1990 बैच में से किसी एक अधिकारी का नंबर लग सकता है। तब मुख्य सचिव के नाम तलाशने में डॉ. राजेश कुमार राजौरा (अपर मुख्य सचिव गृह) और एसएन मिश्रा (उपाध्यक्ष नर्मदा घाटी) तक बात जाएगी।

पहले हटाए जा चुके हैं जनसंपर्क आयुक्त

डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंगलवार को मनीष सिंह को जनसंपर्क आयुक्त पद से हटाकर मंत्रालय में अपर सचिव बना दिया गया है। मनीष सिंह के पास एमपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी का पदभार भी था। अब उनकी जगह नीरज मंडलोई को मेट्रो के एमडी का अतिरिक्त प्रभार और विवेक पोरवाल को जनसंपर्क आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इससे पहले खनिज विभाग के प्रमुख सचिव रहे राघवेंद्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया। PUBLICFIRSTNEWS.COM

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