योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपियों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपियों के पोस्टर लगाए जाएंगे, ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले।
क्षतिपूर्ति वसूली की योजना तैयार की
इसके साथ सरकार इन अपराधियों से क्षतिपूर्ति वसूली की योजना भी तैयार की है. इन लोगों ने सार्वजनिका संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. इनसे नुकसान की वसूली की जाएगी. आपको बता दें कि योगी सरकार ने इससे पहले उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ क्षतिपूर्ति संबंधी एक अध्यादेश जारी किया. इसके तहत सरकारी संपत्ति की वसूली हो सकेगी. इसके साथ ही सरकार ने यह संकेत भी दिया है कि इन अपराधियों के खिलाफ इनाम की घोषणा भी हो सकती है.
एहतियातन प्रतिबंध 24 घंटे के लिए बढ़ाया है
सीएम योगी आदित्यनाथ्ज्ञ ने ये निर्देश एक उच्च स्तरीय बैठक में दिए. उधर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. यहां पर माहौल को सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है. यहां पर मंगलवार को स्कूल खुले. मगर बच्चों की उपस्थिति न के बराबर रही. हालांकि इंटरनेट सेवाएं मंगलवार को भी बहाल नहीं हो सकीं. प्रशासन ने एहतियातन प्रतिबंध 24 घंटे के लिए बढ़ाया है.
सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. वहीं, जामा मस्जिद के आसपास के इलाकों को छोड़के बाजार पूरी तरह से खुले रहे. यहां पर सन्नाटा छाया रहा. शहर में शांति बहाल करने को लेकर पुलिस गश्त लगा रही है.
2500 अझात के खिलाफ केस दर्ज किया
आपको बता दें कि शाही जामा मस्जिद के पूर्व में हरिहर मंदिर होने के वाद के अदालत ने रमेश राघर को कमिश्नर तैनात किया. टीम जब सर्वे करके वापस लौट रही थी कि तभी बवाल हो गया. आक्रोश में लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और आगजनी की. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई. वहीं दर्जनभर से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस दौरान 2500 अझात के खिलाफ केस दर्ज किया. इसके बाद उपद्रवियों की पहचान के लिए मंगलवार को मस्जिद के पीछेकी दुकानों पर लगे सीसीटीवी के डीवीआर फुटेज भी जुटाए गए. इस दौरान उपद्रवियों ने कई कैमरे तोड़ भी दिए.