पब्लिक फर्स्ट । भोपाल | ब्यूरो रिपोर्ट

मध्यप्रदेश की औद्योगिक उड़ान को नई रफ्तार मिलने जा रही है। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से जर्मनी की अग्रणी एविएशन कंपनी इनएविया एविएशन के मैनेजिंग पार्टनर श्री माइकल हॉवेल ने मुलाकात की। इस अहम मुलाकात में कंपनी ने प्रदेश में विमानन क्षेत्र में 2000 करोड़ रुपये तक के निवेश की योजना प्रस्तुत की है।

विमानन के क्षेत्र में एमपी बनेगा नया हब

इनएविया एविएशन समूह दुनिया की उन चुनिंदा कंपनियों में से है जो सेवानिवृत्त (रिटायर्ड) विमानों को रिसाइकल कर उन्हें दोबारा ऑपरेशनल बनाती है। कंपनी ने मध्यप्रदेश में इस अत्याधुनिक प्रक्रिया के लिए प्रारंभिक रूप से 500 करोड़ का निवेश करने की इच्छा जताई है, जिसे चरणबद्ध रूप से 2000 करोड़ तक बढ़ाया जाएगा।

क्या होगा इस निवेश में खास?
• MRO (Maintenance, Repair, Overhaul) सुविधाएं विकसित की जाएंगी
• विमान कंपोनेंट निर्माण, सीएनडी चेक और इंजन रिपेयर यूनिट्स स्थापित की जाएंगी
• प्रदेश में विमानन तकनीक आधारित स्किल डेवलपमेंट और प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार के नए अवसर खुलेंगे

मुख्यमंत्री की औद्योगिक रणनीति को मिला समर्थन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस निवेश प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि,
“मध्यप्रदेश को एविएशन सेक्टर का ग्लोबल हब बनाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। यह न सिर्फ निवेश लाएगा, बल्कि युवाओं को नई तकनीक और रोजगार से जोड़ेगा।”

‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ को मिलेगा बल

इनएविया एविएशन की यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को भी सशक्त करेगी। भारतीय एयरलाइंस को अब अपने विमानों की मरम्मत और ओवरहॉलिंग के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा।

निष्कर्ष

मध्यप्रदेश में यह निवेश न केवल एविएशन सेक्टर की दिशा बदलने वाला है, बल्कि यह राज्य को तकनीकी औद्योगिक क्रांति की ओर ले जाने वाला निर्णायक कदम साबित होगा।

publicfirstnews.com

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