उत्तर प्रदेश में भाजपा की चुनावी तैयारी शुरू, विधायकों की होगी परफॉर्मेंस रेटिंग
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 में भले ही 20 महीने बाकी हों, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अभी से अपने मिशन 2027 के लिए चालाकी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी अब विधायकों का परफॉर्मेंस ऑडिट कर उन्हें तीन श्रेणियों — A, B और C में बांटेगी, जो आगामी टिकट वितरण की नींव बनेगा।
भाजपा के मास्टर प्लान की प्रमुख बातें:
- विधायकों का ऑडिट तीन श्रेणियों (A, B, C) में किया जाएगा – परफॉर्मेंस, छवि और जीत के अंतर के आधार पर।
- सर्वे आधारित मूल्यांकन – पार्टी और RSS मिलकर क्षेत्रीय स्तर पर विस्तृत सर्वे करेगी।
- विधायक निधि खर्च पर नजर – विधायक निधि का कहां-कहां उपयोग हुआ, इसकी भी होगी समीक्षा।
- जन समस्याओं के निस्तारण में विधायक की भूमिका भी जांच के दायरे में।
- 2022 के चुनावी आंकड़ों और जीत के अंतर पर भी विशेष ध्यान।
टिकट मिलेगा परफॉर्मेंस के आधार पर
भाजपा इस बार ‘फिर वही चेहरा’ की जगह ‘सबसे बेहतर चेहरा’ की नीति पर काम कर रही है। यानी जिन विधायकों की जनप्रियता, कार्यशैली और संगठन से तालमेल मजबूत होगा, उन्हीं को दोबारा मौका मिलेगा।
SP की PDA रणनीति vs BJP का ग्राउंड लेवल सर्वे
जहां एक ओर समाजवादी पार्टी (SP) PDA (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) समीकरण से सत्ता में वापसी के सपने देख रही है, वहीं भाजपा संगठन, सर्वे और सशक्त चेहरे के सहारे 2027 में हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुट गई है।
PUBLICFIRSTNEWS.COM
