मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज राजधानी भोपाल स्थित शीतलदास की बगिया में जलगंगा अभियान के अंतर्गत घाट की सफाई में स्वयं भागीदारी निभाकर स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता का प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री द्वारा घाट पर झाड़ू लगाकर की गई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “स्वच्छता केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, यह हर नागरिक का कर्तव्य है।” मुख्यमंत्री का यह कदम सामाजिक सहभागिता और नेतृत्व के प्रतीक के रूप में देखा गया।

इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सफाई मित्रों को शॉल, प्रशस्ति पत्र और पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया, जो प्रतिदिन शहर की स्वच्छता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सफाई मित्र ही असली समाजसेवी हैं, जो बिना पहचान के महान सेवा कर रहे हैं।

कार्यक्रम में नगर निगम अधिकारी, जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संगठन और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।
मुख्य उद्देश्य इस कार्यक्रम का था:

  • जलगंगा अभियान को जनभागीदारी से जोड़ना
  • सांस्कृतिक और पर्यावरणीय संरक्षण को प्रोत्साहन
  • घाटों की स्वच्छता के प्रति जागरूकता
  • सफाई कर्मचारियों को समाजिक सम्मान देना

कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ जल स्रोतों और विरासत स्थलों के महत्व पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारी बावड़ियां, तालाब और घाट केवल जल स्रोत नहीं, हमारी सांस्कृतिक आत्मा हैं।”

इस पूरे आयोजन ने स्वच्छ भारत अभियान और जल संरक्षण प्रयासों को एक नई ऊर्जा दी है।

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