उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को केंद्रीय वित्त आयोग की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे, जिसमें विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव शामिल होंगे. बैठक में नगर विकास, पंचायती राज, ऊर्जा, और राजस्व विभाग के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करेंगे. उत्तर प्रदेश सरकार इस अवसर पर केंद्रीय वित्त आयोग से राज्य के लिए फंड बढ़ाने की मांग करेगी.

16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।

यूपी सरकार बैठक में 15वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि के उपयोग और उससे हुए कार्यों का विस्तृत विवरण पेश करेगी. इसके साथ ही, राज्य सरकार केंद्रीय करों में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी को मौजूदा 41% से बढ़ाकर 42% करने की मांग पर जोर देगी. यह मांग राज्य की बढ़ती आर्थिक जरूरतों और विकास परियोजनाओं को ध्यान में रखकर की जा रही है.

जीएसटी संग्रह और जीडीपी में वृद्धि

उत्तर प्रदेश ने जीएसटी संग्रह के जरिए देश में सबसे अधिक राजस्व देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसके साथ ही, राज्य की जीडीपी में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. बैठक में इन उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए यूपी सरकार यह तर्क देगी कि बढ़ते राजस्व और आर्थिक विकास के बावजूद, विकास योजनाओं और कर्मियों की बढ़ती संख्या के कारण खर्च में भी वृद्धि हुई है.

कर्मियों के वेतन-भत्तों पर बढ़ता खर्च

राज्य में कर्मियों की बढ़ती संख्या और उनके वेतन-भत्तों पर होने वाले खर्च का हिसाब भी बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा. यूपी सरकार इस बात पर जोर देगी कि कर्मचारियों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता है.

शिक्षा, चिकित्सा, और नमामि गंगे के लिए अतिरिक्त फंड की मांग

बैठक में यूपी सरकार शिक्षा, चिकित्सा, नमामि गंगे, और सीवरेज जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए अतिरिक्त धनराशि की मांग करेगी. ये योजनाएं राज्य के समग्र विकास और जनकल्याण के लिए महत्वपूर्ण हैं. खास तौर पर नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की स्वच्छता और सीवरेज सिस्टम के उन्नयन के लिए विशेष फंड की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा.

यूपी का विकास और वित्तीय मांगें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने हाल के वर्षों में विकास के कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है. बैठक में यह दर्शाया जाएगा कि राज्य की बढ़ती आर्थिक गतिविधियों और विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए केंद्रीय वित्त आयोग से अधिक धनराशि की जरूरत है. यह बैठक उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे राज्य की वित्तीय स्थिति और विकास योजनाओं को और मजबूती मिलने की उम्मीद है. केंद्रीय वित्त आयोग के साथ यह चर्चा यूपी के विकास पथ को और सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.

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