प्रयागराज की केंद्रीय कारागार नैनी जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की बैरक से नकदी मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इस घटना ने जेल सुरक्षा व्यवस्था और अंदरुनी मिलीभगत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डीआईजी जेल द्वारा की गई अचानक तलाशी में यह नकदी बरामद हुई, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए डिप्टी जेलर, मुलाकाती और चीफ वार्डन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

जानकारी के अनुसार, अली अहमद से कोई मुलाकाती नहीं आता, ऐसे में जेल के भीतर उसके पास नकदी कैसे पहुंची, यह एक गंभीर सुरक्षा चूक और गहरी साजिश की ओर इशारा करता है। जेल प्रशासन ने उसे हाई रिस्क कैदी घोषित करते हुए हाई सिक्योरिटी सेल में रखा है, जिसकी 24 घंटे निगरानी की जाती है। फिर भी उसके पास से नकदी मिलना चौंकाने वाला है।

डीआईजी जेल ने मंगलवार को अचानक छापेमारी कर अली की बैरक की तलाशी ली, जिसमें नकदी बरामद हुई। जांच रिपोर्ट में डिप्टी जेलर और चीफ वार्डन की लापरवाही और संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद बुधवार रात को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। जेल में अंदरूनी स्तर पर इस पूरे मामले की जांच और व्यापक पूछताछ की जा रही है।

इस घटना ने एक बार फिर से जेलों में कैदियों को मिलने वाली वीआईपी सुविधाओं और सुरक्षा में सेंध की पोल खोल दी है। अतीक अहमद पहले से ही कई आपराधिक मामलों में सजायाफ्ता है, और उसके बेटे की संदिग्ध गतिविधियां भी प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।

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