भोपाल। मध्यप्रदेश में गुरु पूर्णिमा प्रदेशव्यापी स्तर पर उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस अवसर पर राजधानी भोपाल और उज्जैन में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। सरकार ने इसे शिक्षा और गुरु-संस्कार से जुड़ी संस्कृति को बढ़ावा देने का अवसर बताया है।
मुख्यमंत्री का दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नर्मदापुरम जिले में आयोजित कार्यक्रम से शुरू होगा। इसके बाद वे भोपाल स्थित कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय में गुरु पूर्णिमा समारोह में भाग लेंगे।
मुख्य कार्यक्रम और समय-सारणी
सुबह 11:15 बजे मुख्यमंत्री भोपाल के समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए नर्मदापुरम के कार्यक्रम में जुड़ेंगे।
दोपहर 12:00 बजे वे कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय, भोपाल पहुंचेंगे, जहां नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे।
इसी अवसर पर वे गुरुजनों का सम्मान करेंगे और छात्रों को साइकिल वितरित की जाएंगी। यह साइकिल योजना राज्य के 15 लाख विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही है, जिसमें कक्षा 6वीं और 9वीं के छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
दोपहर 1:55 बजे मुख्यमंत्री उज्जैन के लिए रवाना होंगे, जहां वे स्थानीय गुरु पूर्णिमा समारोह में भाग लेंगे।
शाम 5:15 बजे भोपाल लौटकर मुख्यमंत्री समत्व भवन में नवीन शासकीय भर्तियों की प्रगति की समीक्षा बैठक करेंगे।
क्या है सरकार की मंशा?
मुख्यमंत्री ने कहा है कि गुरु पूर्णिमा सिर्फ धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ा सामाजिक उत्सव है। सरकार इस दिन को गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का माध्यम बना रही है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत लाभार्थी महिलाओं को 12 जुलाई को ₹250 की अतिरिक्त किस्त भी दी जाएगी।
JNU में मध्यप्रदेश मॉडल की सराहना
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने मध्यप्रदेश सरकार के ‘कुलगुरु’ नवाचार को अपनाते हुए अब अपने कुलपतियों को इसी नाम से संबोधित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य के लिए गर्व का विषय है और यह दिखाता है कि मध्यप्रदेश की पहलें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही हैं।
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