प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय संवाद कार्यक्रम “मन की बात” के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने इस कार्यक्रम को जनता से जुड़ाव का अभिनव मंच बताया, जो देश के हर कोने की सकारात्मक ऊर्जा और सांस्कृतिक वैभव को जोड़ने का कार्य करता है।

मुख्यमंत्री ने असम के काजीरंगा पार्क, चित्रकूट की गुप्त गोदावरी, और लखनऊ के गोमती सफाई अभियान का उदाहरण देते हुए कहा कि “मन की बात” हमें देश की जमीनी प्रेरक कहानियों से जोड़ता है।

स्वच्छता की दिशा में मिली बड़ी उपलब्धि साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि भोपाल ने राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में अहमदाबाद के बाद दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

उन्होंने रातापानी अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित करने को वन्यजीव–मानव सह-अस्तित्व का अद्भुत उदाहरण बताया।

राज्य की संस्कृति और परंपरा पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदेरी और महेश्वरी साड़ियों को उपहार स्वरूप अधिक अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से इनका प्रचार–प्रसार करने की अपील की।

रक्षाबंधन और सावन की पवित्रता पर बोलते हुए डॉ. यादव भावुक हो उठे। उन्होंने कहा:

“बेटियाँ दो घरों की शोभा होती हैं।”
राज्य सरकार ने रक्षाबंधन पर 1 करोड़ 29 लाख बहनों को ₹250 देने का निर्णय लिया है।

रोजगार के क्षेत्र में बड़े निवेश की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि रीवा में 3000 करोड़ रुपये का निवेश आया है, जिससे हज़ारों युवाओं को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने बताया कि गोकुलदास इंडस्ट्री द्वारा 51,000 बहनों को रेडीमेड वस्त्र उद्योग में रोजगार दिया जाएगा, और सरकार की योजना के अनुसार,
• महिलाओं को ₹6,000 प्रतिमाह
• पुरुषों को ₹5,000 प्रतिमाह सहायता 10 वर्षों तक दी जाएगी।

सबसे बड़ी घोषणा में, उन्होंने बताया कि 10 अगस्त को भोपाल में रेल डिब्बा निर्माण फैक्ट्री का भूमि पूजन होगा, जहाँ वंदे भारत और मेट्रो ट्रेन के डिब्बे बनाए जाएंगे।

अंत में, मुख्यमंत्री ने “मन की बात” को लोकतंत्र, देशभक्ति और जन-सशक्तिकरण का स्रोत बताया और सभी नागरिकों से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की विकास यात्रा का हिस्सा बनने की अपील की।

publicfirstnews.com

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