माइक्रोसॉफ्ट ने अपने महत्वाकांक्षी “विंडोज 2030 विजन” का खुलासा करते हुए तकनीक की दुनिया में बड़ा बदलाव का संकेत दिया है। कंपनी का दावा है कि वर्ष 2030 तक कीबोर्ड और माउस जैसे पारंपरिक इनपुट डिवाइस लगभग अप्रासंगिक हो जाएंगे। उनकी जगह लेगा एआई-संचालित मल्टी-मोडल इंटरफेस, जिसमें यूजर केवल आवाज़, हाथ के इशारे और आंखों की हरकत से कंप्यूटर को नियंत्रित कर सकेंगे।
मुख्य फीचर्स और बदलाव
मल्टी-मोडल इंटरफेस
- टाइपिंग या क्लिक करने की जरूरत खत्म।
- वॉयस कमांड, हैंड जेस्चर और आई-ट्रैकिंग से सिस्टम को नियंत्रित करना संभव।
- ब्राउज़र और सॉफ्टवेयर इंसान की तरह संवाद समझेंगे।
एजेंटिक एआई – डिजिटल साथी
- ओएस में इन-बिल्ट एआई पर्सनल असिस्टेंट।
- आपकी प्रोफेशनल व पर्सनल एक्टिविटीज, ब्राउजिंग, डॉक्युमेंटेशन और सिक्योरिटी मैनेज करेगा।
- खुद निर्णय लेने की क्षमता, हर यूजर के लिए पर्सनलाइज्ड अनुभव।
एआई-संचालित सिक्योरिटी
- रियल-टाइम थ्रेट डिटेक्शन और ऑटो-रिजॉल्यूशन।
- पर्सनल एआई सिक्योरिटी विशेषज्ञ इंसान की तरह सुझाव देगा।
फ्यूचरिस्टिक यूजर इंटरफेस
- फिजिकल और वर्चुअलिटी का मिश्रण।
- होलोग्राफिक डिस्प्ले और मिक्स्ड रियलिटी का अनुभव।
विंडोज 2030 विजन वीडियो की झलक
डेमो में दिखाया गया कि यूजर सिर्फ देखकर, बोलकर या हाथ हिलाकर —
- फाइल खोल सकते हैं,
- ईमेल भेज सकते हैं,
- डॉक्युमेंट एडिट कर सकते हैं।
यह इंटरैक्शन किसी इंसान से बात करने जितना नैचुरल होगा।
माइक्रोसॉफ्ट का बयान
माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट डेविड वेस्टन ने कहा:
“वर्ष 2030 का विंडोज एक स्मार्ट, संवादात्मक और सुरक्षित एआई साथी होगा। यह केवल एक ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं, बल्कि आपके डिजिटल जीवन का भरोसेमंद पार्टनर बनेगा।”
