प्रदेशभर में गीता जयंती उत्साह के साथ मनाई जाएगी।
श्रीमद् भगवद् गीता के 15वें अध्याय का सस्वर पाठ आयोजित।
मंदिरों और शैक्षणिक संस्थानों में विशेष कार्यक्रम।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारण की सुविधा।
आयोजन का उद्देश्य धर्म, नैतिकता और सदाचार का संदेश फैलाना।
पूरे प्रदेश में इस वर्ष गीता जयंती उत्साह और श्रद्धा के साथ 1 दिसंबर 2025 को मनाई जाएगी। इस अवसर पर श्रीमद् भगवद् गीता के 15वें अध्याय का सस्वर पाठ आयोजित किया जाएगा, जिसमें भक्त और विद्वान एक साथ भाग लेकर दिव्य संदेशों का अनुभव करेंगे।गीता जयंती का आयोजन हर साल कृष्ण भगवान के श्रीमद् भगवद् गीता के प्रचार और अध्ययन के लिए किया जाता है। इस वर्ष भी विभिन्न मंदिरों, शैक्षणिक संस्थानों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य गीता के उपदेशों को आम जनमानस तक पहुँचाना और जीवन में सदाचार, धैर्य और धर्मनिष्ठा के महत्व को उजागर करना है।
सरकारी और निजी संस्थाएं भी इस अवसर पर सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी। विभिन्न मंदिरों में विशेष आरती, भजन-संगीत और व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। 15वें अध्याय के पाठ में जीवन और कर्म के गहन तत्वों पर प्रकाश डाला जाएगा, ताकि लोग अपने दैनिक जीवन में गीता के संदेशों को लागू कर सकें। विशेष रूप से इस वर्ष, राज्यभर में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी पाठ का लाइव प्रसारण किया जाएगा, जिससे देश और प्रदेश के लोग घर बैठे गीता के उपदेश सुन और सीख सकेंगे।
आयोजक अधिकारियों का कहना है कि गीता जयंती न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और नैतिक चेतना को भी बढ़ावा देती है।इस अवसर पर विद्यार्थियों, अध्यापकों और नागरिकों को आमंत्रित किया गया है कि वे इस दिव्य आयोजन में भाग लेकर ज्ञान, भक्ति और सदाचार का अनुभव प्राप्त करें।
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