पब्लिक फर्स्ट।
बोला- ये उनकी रक्षा के लिए जरूरी; पायलट्स की ट्रेनिंग के बाद नीदरलैंड-डेनमार्क करेंगे डिलीवर
अमेरिका यूक्रेन को F-16 फाइटर जेट्स देने के लिए तैयार हो गया है। रॉयटर्स के मुताबिक, वॉशिंगटन ने कहा है कि पायलट्स की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद नीदरलैंड और डेनमार्क यूक्रेन को ये फाइटर जेट्स डिलीवर करेंगे। दरअसल, यूक्रेन काफी समय से रूस के खिलाफ जंग के लिए फाइटर जेट्स की मांग कर रहा है।
इसके लिए 11 देशों के गठबंधन ने फाइटर जेट्स उड़ाने के लिए यूक्रेनी पायलट्स को ट्रेनिंग देने का फैसला किय था। ये ट्रेनिंग इसी महीने से शुरू होगी। इसके बाद डेनमार्क और नीदरलैंड्स ने अमेरिका से लड़ाकू विमान की डिलीवरी के लिए आश्वासन मांगा था। डेनमार्क के रक्षा मंत्री ट्रोएल्स पॉलसेन ने कहा- ट्रेनिंग के बाद उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत में इसके सकारात्मक नतीजे भी दिखने लगेंगे।
विदेश मंत्री ब्लिंकन ने लेटर लिखकर जताई सहमति
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने लेटर लिखकर नीदरलैंड और डेनमार्क को कन्फर्मेशन दिया है। उन्होंने लिखा- यूक्रेन को F-16 फाइटर जेट सप्लाई करने और पायलट्स को ट्रेनिंग देने के लिए अमेरिका का पूरा समर्थन है। ब्लिंकन ने कहा- फिलहाल ये सबसे ज्यादा जरूरी है कि यूक्रेन हर हाल में अपनी रक्षा कर सके।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मई में F-16 पर यूक्रेनी पायलट्स के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का समर्थन किया था। इसके लिए डेनमार्क के अलावा रोमानिया में भी ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा। यूक्रेन एयरफोर्स के प्रवक्ता यूरीय इहनत ने बुधवार को कहा था कि उन्हें आशंका है कि यूक्रेन इस साल इन फाइटर जेट्स का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
जनवरी में यूक्रेन ने मांगे थे F-16 फाइटर जेट्स
इससे पहले जनवरी में जर्मनी से लेपर्ड और अमेरिका से अब्राम टैंक्स मिलने के बाद F-16 फाइटर जेट्स की मांग की थी। यूक्रेन के रक्षा मंत्री के सलाहकार यूरी साक ने कहा था- यूक्रेन की अगली चुनौती फाइटर जेट्स हासिल करना है। अगर हमें वो मिल जाते हैं तो यकीनन जंग के मैदान में हमें बड़ा फायदा होगा। हालांकि, जर्मनी ने यूक्रेन को फाइटर जेट्स देने से इनकार कर दिया था।
29 जनवरी को जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि टैंक्स की मांग स्वीकार होने के तुरंत बाद यूक्रेन का फाइटर जेट्स मांगना गलत है। उन्होंने कहा था- रूस से जंग सिर्फ यूक्रेन लड़ रहा है नाटो नहीं, हम हथियार भेजकर युद्ध के दायरे को और नहीं बढ़ा सकते हैं।
यूक्रेन ने कहा था कि उसे कोई मामूली फाइटर जेट्स नहीं चाहिए, बल्कि अमेरिका का फोर्थ जेनरेशन F-16 लड़ाकू विमान चाहिए। हालांकि, 30 जनवरी को एक प्रेस कांफ्रेंस में बाइडेन ने यूक्रेन की मांग को खारिज कर दिया था।
सोवियत एरा के फाइटर जेट इस्तेमाल कर रहा यूक्रेन
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक F-16 फाल्कन को दुनिया के भरोसेमंद फाइटर जेट्स में से एक माना जाता है। अमेरिका के अलावा बेल्जियम और पाकिस्तान भी इनका काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार अगर यूक्रेन को ये फाइटर जेट्स मिलते तो यकीनन उन्हें जंग में फायदा होता। दरअसल यूक्रेन अभी भी लगभग 30 साल पुराने सोवियत एरा के दौरान बने फाइटर जेट्स का इस्तेमाल कर रहा है, जो जंग में ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाए हैं।