पब्लिक फर्स्ट।
अगले 2 दिन में 10 इंच बारिश की आशंका; कैलिफोर्निया में 84 साल पहले आया था ऐसा तूफान
अमेरिका के कैलिफोर्निया में अगले कुछ दिन के अंदर एक बड़ा उत्तरी चक्रवात आने वाला है। इसको हिलेरी नाम दिया गया है, जो फिलहाल मेक्सिको की तरफ बढ़ रहा है। रॉयटर्स के मुताबिक, हिलेरी कैटेगरी 4 चक्रवात है। अमेरिकी तट से टकराने के बाद आशंका है कि इसकी वजह से अमेरिका के 3 राज्य- कैलिफोर्निया, एरिजोना और नेवादा में एक दिन के अंदर एक साल जितनी बारिश हो सकती है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, मेक्सिको के बाजा कैलिफोर्निया में अगले 2 दिन में 10 इंच बारिश की चेतावनी दी गई है। इसकी वजह से मेक्सिको और कैलिफोर्निया में बाढ़ की भी आशंका जताई गई है। अमेरिका के नेशनल ओशेनिक एंड एट्मॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, ये तूफान पहले मेक्सिको से टकराएगा और फिर कैलिफोर्निया की तरफ बढ़ेगा।
हालांकि, ये तूफान लगातार नॉर्थ की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में अगर ये पहले कैलिफोर्निया से टकराया तो पिछले 84 साल का सबसे बड़ा उत्तरी तूफान होगा। सदर्न कैलिफोर्निया में पहली बार एक कैटेगरी 4 चक्रवाती तूफान के लिए चेतावनी जारी की गई है।
9 हजार लोगों के लिए 80 शेल्टर बनाए गए
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, हिलेरी चक्रवात मेक्सिको समय के मुताबिक शुक्रवार देर रात या शनिवार की सुबह काबो सैन लूकस रिजॉर्ट सिटी से टकरा जाएगा, जिसके बाद इसके कमजोर पड़ने की संभावना है। चक्रवात को देखते हुए मेक्सिको के कुछ शहरों में गैर-जरूरी पब्लिक एक्टीविटीज और स्कूल सोमवार तक बंद कर दिए गए हैं।
तिजुआना के हाई रिस्क क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का आदेश दिया गया है। शुक्रवार को हिलेरी मेक्सिको से करीब 350 मील दूर था। चक्रवात को देखते हुए तट के पास रह रहे लोगों के लिए 80 शेल्टर बनाए गए हैं, जिसमें 9 हजार लोग रह सकेंगे। कैलिफोर्निया में इससे पहले 1939 में इतना बड़ा चक्रवात आया था। तब लॉस एंजिल्स में बाढ़ की वजह से 100 लोगों की मौत हो गई थी।
चक्रवात क्या होता है…
चक्रवात एक गोलाकार तूफान (सर्कुलर स्टॉर्म) होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं। जब ये चक्रवात जमीन पर पहुंचते हैं, तो अपने साथ भारी बारिश और तेज हवाएं लेकर आते हैं। ये हवाएं उनके रास्ते में आने वाले पेड़ों, गाड़ियों और कई बार तो घरों को भी तबाह कर सकती हैं।
स्ट्रॉर्म या तूफान वातावरण में एक तरह का डिस्टर्बेंस होता है, जो तेज हवाओं के जरिए सामने आता है और उसके साथ बारिश, बर्फ या ओले पड़ते हैं। जब ये धरती पर होते हैं तो आम तूफान कहलाते है, लेकिन समुद्र से उठने वाले स्टोर्म को साइक्लोन कहते हैं। साइक्लोन आम स्टोर्म से ज्यादा तीव्र और खतरनाक होते हैं।
साइक्लोन, हरिकेन और टाइफून तीनों एक ही चीज होते हैं और इन्हें ट्रोपिकल साइक्लोन भी कहा जाता है। दुनिया भर में साइक्लोन को अलग-अलग नामों से बुलाया जाता है। दुनिया का सबसे लंबा हरिकेन या साइक्लोन 1979 में उत्तरपश्चिम प्रशांत महासागर में बना था। इसका डाइमीटर 2200 किलोमीटर था, जोकि अमेरिका के साइज का लगभग आधा है।
चक्रवात समय के साथ धीमे क्यों पड़ जाते हैं?
जमीन पर पहुंचने के कुछ घंटों या दिनों बाद साइक्लोन आमतौर पर कमजोर पड़ने लगते हैं, क्योंकि उन्हें गर्म समुद्री पानी से मिलने वाली एनर्जी और नमी मिलना बंद हो जाती है। हालांकि तब भी कई बार साइक्लोन जमीन में काफी दूर तक सफर तय करते हैं और अपने साथ तेज बारिश और हवा लाते हैं, जिससे भारी तबाही होती है।
साइक्लोन वैसे तो कई दिनों या हफ्तों तक जारी रह सकता है, लेकिन बड़े जमीनी इलाके या ठंडे समुद्र के ऊपर से गुजरने के साथ ही ये धीमे पड़ने लगते हैं और खत्म हो जाते हैं।