पब्लिक फर्स्ट। बीजिंग।
चीनी परमाणु हथियारों के नए चीफ बने वांग ह्युबिन; आज आर्मी डे मनाएगा ड्रैगन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना को अपने हथियार मॉडर्नाइज करने का आदेश दिया है। शी ने ये आदेश सिचुआन प्रांत में एयर फोर्स की वेस्टर्न थिएटर कमांड की निगरानी के बाद दिए।
शी ने कहा है कि जब चीन की सिक्योरिटी सिचुएशन अस्थिरता और अनिश्चतताओं से जुझ रही उस दौरान सेना को दिए गए टास्क पूरे करने हैं। दरअसल, शी जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के जनरल सेक्रेटरी होने के अलावा सेंट्रल मिलिट्री कमिशन के चेयरमैन भी हैं।
तेजी से नए लड़ाकु बल बनाए सेना
शी जिनपिंग ने चीन की सेना से डिमांड की है कि वो जल्द से जल्द सेना में नए हथियारों को जोड़े और लड़ाकु बल बनाए। वहीं उन्होंने सेना को असल लड़ाई जैसे हालात बनाकर ट्रेनिंग करने के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने कहा- सेना के लिए ये जरूरी है कि जो काम उन्हें चीन के लोगों और पार्टी ने दिए हैं वो पूरे किए जाएं।
चीन की सेना तेजी से अपनी जंग लड़ने की क्षमता को बढ़ा रही है। रविवार को एक कार्यक्रम में चीन के एडवांसड वॉर प्लेन J-20 फाइटर जेट, YU-20 एरिएल टैंकर और Z-20 युटिलिटी हेलिकॉप्टर ने जनता के सामने अपनी ताकत का नमूना पेश किया।
परमाणु हथियार की जिम्मेदार वांग ह्युबिन को सौंपी
चीन आज यानी मंगलवार को अपना आर्मी डे सेलिब्रेट करेगा। इससे ठीक एक दिन पहले सोमवार को शी जिनपिंग ने अपने परमाणु हथियारों की जिम्मेदारी वांग ह्युबिन को सौंप दी है। वो 2020 तक चीन की नौसेना के डिप्टी कमांडर रहे हैं। अब उन्हें चीनी सेना की रॉकेट फोर्स की जिम्मेदारी दी गई है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट ने मिलिट्री के सुत्रों के हवाले बताया है कि रॉकेट फोर्स के पिछले हेड ली युचाओ और कई सीनियर कमांडरों को भ्रष्टाचार के आरोप में निगरानी में रखा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें पूछताछ के लिए किसी अनजान जगह ले जाया गया है।
चीन में नौसेना कमांडर का रॉकेट फोर्स (परमाणु हथियारों) का हेड बनना नई बात है। डिफेंस एनालिस्ट के मुताबिक चीन अब हाइब्रिड वॉरफेयर के लिए तैयार हो रहा है। इसके तहत वो अपने हवा, जमीन और समुद्र से न्यूक्लियर सिस्टम ऑपरेट करने पर जोर दे रहा है। चीन तीनों के बीच सामंजस्य बढ़ाना चाहता है। ऐसे में नौसेना के डिप्टी कमांडर को परमाणु हथियारों का चीफ बनाना काफी अहम है।
परमाणु ताकत बढ़ा रहा चीन
अमेरिका और ताइवान के साथ लगातार खराब होते संबंधों के बीच चीन अपनी परमाणु ताकत बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने एक ब्लू प्रिंट तैयार किया था। जिसे वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अब अप्रूव कर दिया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2035 तक चीन अपने परमाणु हथियारों की संख्या तीन गुना तक बढ़ा कर 900 कर लेगा।
क्योडो न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक कई फॉरेन एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि चीन परमाणु हथियारों के ‘नो फर्स्ट यूज’ की पॉलिसी को भी छोड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि चीन युद्ध की स्थिति में किसी भी देश पर पहले परमाणु हमला कर सकता है।