पब्लिक फर्स्ट। दिल्ली

मध्यप्रदेश विधानसभा में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे ही पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। हालही में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के तहत बराबर सीटें न मिलने पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का गुस्सा कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन पर फूट पड़ा। कल पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कांग्रेस को धोखेबाज बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी और मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कोई गठबंधन नहीं करूंगा।

दिल्ली में दोस्ती-राज्यों में कुश्ती

इसके बाद से ही मध्यप्रदेश का सत्तापक्ष भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार इंडिया गठबंधन और  समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे है। CM शिवराज ने एक वीडियो जारी करके कहा जिस दिन इंडी गठबंधन बना था हमने कह दिया था यह बेमेल गठबंधन है। घमंडिया गठबंधन है इनमें न लोगों के विचार एक हैं और न ही दिल एक है केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर ये बेमेल गठबंधन बना था जो बनने से पहले ही टूट रहा है।

इंडी गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी कमलनाथ ने कैन्सल करवा दी घुसने से भी मना कर दिया। जिस दिन से यह गठबंधन बना है यह अजीब गठबंधन है दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती ऐसा कहीं होता है क्या ? अभी-अभी जो कल अखिलेश यादव जी ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें और सपा को एक साल तक धोखे में रखा बातें करते रहे और बाद में धोखा दे दिया। उनके कार्यकर्ता रातभर जागे, उन्हें बैठाया और उन्होंने चिरकुट जैसे जिन शब्दों का प्रयोग किया है इससे उनके मन की स्तिथि समझी जा सकती है कि कांग्रेस ने कितना धोखा दिया है।

कांग्रेस आपस में भी धोखा दे रही है अब मध्यप्रदेश में ही देख लीजिए…. कांग्रेस लड़ रही है, सपा लड़ रही है, आप भी बाहें चढ़ाकर सामने खड़ी है ये कहे का गठबंधन है! आश्चर्य के साथ जनता इस गठबंधन को देख रही है कि जब आज ही इस गठबंधन की यह स्तिथि है कि आपस में लड़ रहे हैं तो इनके हाथों में देश और प्रदेश का भविष्य कैसे होगा। कांग्रेस की भी कल सूची जारी हुई है, कुछ टिकट कमलनाथ जी तो, कुछ टिकट दिग्विजय सिंह जी ले गए। बाकी हाथ मलते रह गए।

अब आपस में ही लड़ाई मची हुई है। विरोध हो रहा है, पुतले जल रहे हैं। एक अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है दूसरा अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है। दुर्गति कांग्रेस के अंदर भी है इंडी गठबंधन तो बनने से पहले ही टूट गया। इसका कोई भविष्य ही नहीं है ये घमंडिया लोग बिखर गए। ऐसे नजारे सामने आ रहे हैं कि लोग देख कर आश्चर्य कर रहे हैं कि यह गठबंधन कैसा है?

publicfirstnews.com

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