भोपाल: 31 अगस्त 2024

भोपाल में पहली बार हो रहे इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के 39वें राष्ट्रीय सम्मेलन में शनिवार को बिजनेस सेशन होंगे। इसमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार समेत 5 राज्यों के एक्सपर्ट टूरिज्म पर बात करेंगे। शुक्रवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने सम्मेलन का उद्घाटन किया।

इस सम्मेलन में देशभर के टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटलियर्स समेत टूरिज्म से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हैं।

शुक्रवार रात 8 बजे सीएम डॉ. यादव ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। इससे पहले कल्चलर एक्टिविटी हुई। दूसरे दिन, शनिवार को बिजनेस सेशन होंगे। रिसर्जेंट इंडिया इनबाउंड- ‘चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल के बीच भारत को पुनः स्थापित करने की रणनीति’ विषय पर एक्सपर्ट अपने विचार रखेंगे।

वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार पर्यटन मंत्रालय आईएएस ज्ञान भूषण, प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव और महानिदेशक पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश मुकेश कुमार मेश्राम, पर्यटन विभाग बिहार के सचिव अभय कुमार सिंह, जम्मू और कश्मीर की पर्यटन सचिव यशा मुदगल, पर्यटन संचालनालय महाराष्ट्र के संचालक डॉ. बीएन पाटिल, एबरक्रॉम्बी एंड केंट के प्रबंध निदेशक विक्रम मधोक भी सहभागिता करेंगे।

इसी दिन दूसरा सत्र मध्यप्रदेश पर होगा। जिसमें अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड बिदिशा मुखर्जी प्रदेश की पर्यटन विशेषताओं एवं संभावनाओं पर जानकारी देंगी। इसके बाद 4 अन्य सत्रों के माध्यम से विषय-विशेषज्ञों द्वारा देशभर में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने हेतु विचार-विमर्श किया जाएगा।रन फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म 1 सितंबर को

1 सितंबर को सुबह 6 बजे वीआईपी रोड स्थित राजा भोज प्रतिमा से ‘रन फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म’ की शुरुआत होगी। होटल इम्पीरियल साबरे चौराहा से होते हुए वापस प्रतिमा पर समापन होगा। IATO सम्मेलन के बाद 2 सितंबर को FAM टूर होंगे। जिसमें टूर ऑपरेटर्स एवं ट्रेवल एजेंट्स को भोपाल, भोजपुर, भीमबेटका, पचमढ़ी, खजुराहो, इंदौर, उदयगिरी, सांची जैसे प्रमुख पर्यटन गंतव्यों पर भ्रमण करवाया जाएगा।

IATO के बारे में

इनबाउंड टूरिज्म की नेशनल बॉडी इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स में 1900 से अधिक सदस्य हैं, जो पर्यटन उद्योग के सभी क्षेत्रों को कवर करते हैं। 1982 में स्थापित IATO अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को भारत लाने एवं उनके टूर प्लान करने में प्रमुख भूमिका निभाता है।

भोपाल में आयोजित होने वाले सम्मेलन के माध्यम से पर्यटन विभाग को राज्य के पर्यटन आकर्षणों को प्रचारित करने और आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर केंद्रित नए पर्यटन सर्किट विकसित करने का मंच मिलेगा।

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