मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बीच बनने वाली दो महत्वपूर्ण नदी जोड़ो परियोजना इसी महीने आकार लेने लगेंगी। पार्वती-कालीसिंध-चंबल और राजस्थान ईस्टन कैनाल प्रोजेक्ट परियोजना (पीकेसी-ईआरसीपी) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर को जयपुर में भूमिपूजन करेंगे। इसके बाद 26 दिसंबर से पहले छतरपुर में मप्र और उप्र के बीच केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के लिए दौधन डैम की भी आधारशिला रखेंगे।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन दोनों परियोजनाओं के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात कर उन्हें आमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।

मध्यप्रदेश राजस्थान समेत अन्य राज्यों के लोगों को जिस पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का लंबे समय से इंतजार था, उसके शुभारंभ की तारीख तय हो गई है। पीएम नरेन्द्र मोदी 17 दिसंबर को परियोजना का शुभारंभ करेंगे। यह आयोजन राजस्थान के जयपुर में प्रस्तावित है। परियोजना से मप्र के 11 जिले लाभान्वित होंगे। इस दिन इन जिलों मुख्यालयों पर जिला स्तरीय किसान सम्मेलन होंगे, जिनमें जयपुर में होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा

परियोजना को हाल में केंद्र की मंजूरी के बाद संशोधित किया है। इस पर 75 हजार करोड़ खर्च प्रस्तावित है। मप्र के 11 जिले गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर और मुरैना के करीब 2100 गांवों में 36,800 करोड़ के काम होंगे।
करीब 40 लाख परिवारों को पीने व सिंचाई का पानी मिलेगा। उद्योगों की जरूरतें पूरी होंगी। परियोजना में मप्र एवं राजस्थान के मध्य मौजूदा चंबल दायीं मुख्य नहर एवं मप्र क्षेत्र में सीआरएमसी सिस्टम को अंतिम छोर तक नवीकरण एवं आधुनिकीकरण करने के प्रावधान किए हैं। इन कामों के पूर्ण होने के बाद श्योपुर, मुरैना, भिण्ड जिलों को भी सिंचाई व पीने का पानी मिलेगा।

PUBLICFIRSTNEWS.COM

Share.
Leave A Reply Cancel Reply