उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ में सुशासन सप्ताह का आगाज किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदर्शनी का उद्घाटन व अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि अटल जी ने देश की राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में बदला। राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में का रूप देना और सुशासन के लक्ष्यों के लिए हरसंभव प्रयास करना उनका ध्येय था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती को लेकर यह कार्यक्रम एक हफ्ते चलेगा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती को भाजपा धूमधाम से इस बार भी सुशासन दिवस के तौर पर मना रही है।

सभी गरीबों को राशन की अंत्योदय कार्ड योजना, देश भर में हाईवे का जाल बिछाने की स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, गांव-गांव सड़क से जोड़ने की प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना इसका उदाहरण हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटल जी सुशासन का प्रतीक माने जाते हैं। राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में बदलना, सुशासन के लक्ष्यों को प्राप्त करना, देश के अंदर अंत्योदय की योजना, हर गरीब-वंचित को अधिकार मिले, अंत्योदय कार्ड-राशन उपलब्ध कराने की कार्रवाई हो, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, अनुसूचित जाति-जनजाति या पिछड़े वर्ग को उनका अधिकार दिलाने के साथ ही स्वर्णिम चतुर्भुज, विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर व हाईवे अटल जी की देन है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत मां के महान सपूत, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का यह जन्म शताब्दी वर्ष है। पीएम मोदी की प्रेरणा से आज से पूरे देश-प्रदेश में सुशासन सप्ताह का शुभारंभ हो रहा है। अटल जी की पैतृक जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है।उन्होंने अपनी कर्मभूमि के रूप में भी उत्तर प्रदेश को ही चुना। बलरामपुर व लखनऊ से कई बार उन्होंने संसद में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। विदेश मंत्री, प्रधानमंत्री के रूप में भी उन्होंने देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान किया। अटल जी कवि, पत्रकार, साहित्यकार व राजनेता थे। वे समन्वय के साथ सबको लेकर चलने का सामर्थ्य रखते थे। वे भारतीय राजनीति के अजातशत्रु कहे जाते थे। अटल जी का छह दशक का सार्वजनिक जीवन बिना किसी कलंक के रहा।

सीएम योगी ने कहा कि आज से हर जनपद में कार्यक्रम प्रारंभ हुए है, जो सप्ताह भर चलेंगे। स्कूली बच्चों के लिए सुशासन पर निबंध लेखन, उच्च शिक्षा स्तर पर भाषण, पेंटिंग प्रतियोगिता, ग्रामीण क्षेत्र में संगोष्ठी के आयोजन हो रहे हैं। इसके साथ ही पूरे वर्ष भर भी आयोजन होंगे। विजेताओं को 25 दिसंबर को सम्मानित किया जाएगा। इस दिन शाम को अटल जी की कविताओं पर आधारित काव्य संध्या भी हर जनपद, स्कूलों-कॉलेजों में होगी। इसमें नवोदित कवियों को मंच प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, संस्कृति व पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

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