मप्र में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य समापन समारोह आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 29 से 31 मई तक आयोजित होगा, जिसमें राजधानी भोपाल सहित विभिन्न स्थानों पर तीन दिवसीय आयोजन होंगे।
मुख्यमंत्री के निर्देश एवं महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ
• मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाराष्ट्र में लोकमाता की जन्मस्थली पर विशेष कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए।
• स्कूली पाठ्यक्रम में लोकमाता के जीवन का विवरण जोड़ा गया है, और बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण, शोध पीठ की स्थापना तथा लोकमाता के अप्रकाशित पत्रों का प्रकाशन किया जा रहा है।
महेश्वर में आयोजित प्रमुख गतिविधियाँ
• केबिनेट एवं चित्र प्रदर्शनियां:
लोकमाता के सम्मान में महेश्वर में केबिनेट का आयोजन, चित्र प्रदर्शनियां और नाट्य मंचन का सफल आयोजन किया जा चुका है।
• लाइट एंड साउंड शो:
महेश्वर में नाट्य मंचन एवं चित्र प्रदर्शनियों के बाद एक भव्य लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाएगा, जो देवी अहिल्याबाई की गौरव गाथा को जीवंत करेगा।
- संस्कृति एवं सामाजिक योगदान
• महिला सशक्तिकरण और सामुदायिक विकास:
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर ने सुशासन, धर्मस्थलों पर सामुदायिक भवनों एवं धर्मशालाओं के निर्माण, साथ ही महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान दिया है।
• संस्कृति विभाग की पहल:
लोकमाता के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित फिल्म निर्माण तथा समिति द्वारा प्रस्तावित गतिविधियों के कैलेंडर के अनुसार आगे भी प्रचार-प्रसार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- समापन समारोह का विस्तृत कैलेंडर
29 से 31 मई तक तीन दिवसीय समापन समारोह के अंतर्गत न केवल भोपाल बल्कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक आयोजन किए जाएंगे। इसमें नाट्य, चित्र प्रदर्शनियां, केबिनेट बैठकें, लाइट एंड साउंड शो और विविध प्रतियोगिताएँ शामिल हैं, जिनके माध्यम से लोकमाता के कार्यों और उनके आदर्शों को नई पीढ़ी तक पहुँचाया जाएगा।
- विशेष :
लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती का यह आयोजन राज्य में संस्कृति, इतिहास और सामाजिक प्रगति के प्रतीक के रूप में अमिट छाप छोड़ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशों के अनुरूप आयोजित ये कार्यक्रम भविष्य की पीढ़ी को लोकमाता के आदर्शों से परिचित कराएंगे।
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