भारतीय सेना के सफल ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में जश्न का माहौल बना हुआ है। इस अभियान की सफलता का सम्मान करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू-कश्मीर के नरबल से बारामूला तक भव्य तिरंगा रैली का आयोजन किया। इस रैली के माध्यम से न सिर्फ सेना के शौर्य का सम्मान किया गया, बल्कि कश्मीर में शांति, एकता और अखंडता का संदेश भी दिया गया।

कहाँ से कहाँ तक हुई रैली?

भाजपा की यह तिरंगा रैली नरबल से शुरू होकर बारामूला तक निकाली गई। सड़कों पर लहराते तिरंगों के साथ बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिक, युवा, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए। रैली के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय हिन्द’ के नारे गूंजते रहे।

ऑपरेशन सिंदूर: गर्व का प्रतीक

ऑपरेशन सिंदूर, एक रणनीतिक सैन्य मिशन था, जिसे भारतीय सेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने और आतंकवाद पर करारा प्रहार करने के लिए अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया और सीमा पर भारतीय सेना की ताकत का प्रदर्शन हुआ। रैली का उद्देश्य इस सैन्य सफलता को जन-जन तक पहुंचाना और सेना के प्रति कृतज्ञता प्रकट करना था।

भाजपा नेताओं के भाषण

रैली में कई भाजपा नेताओं ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा:

यह तिरंगा रैली हमारे जांबाज सैनिकों को सलाम है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता, अखंडता और आत्मसम्मान का प्रतीक है।

नेताओं ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर की धरती पर अब आतंकवाद नहीं, विकास और राष्ट्रवाद की विजय होगी

सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और जन भागीदारी

रैली के दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति गीत, और झांकी प्रस्तुतियाँ भी आयोजित की गईं। बच्चों ने हाथों में तिरंगा लेकर मार्च किया और युवाओं ने देशभक्ति नारों से वातावरण को गूंजायमान कर दिया।

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