बालाघाट के लांजी थाना इलाके में मंगलवार सुबह लगभग 8:30 बजे बिजली की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। तीनों मृतक एक ही परिवार के सदस्य थे जो बाइक से देवलगांव के दुर्गा मंदिर जा रहे थे। अचानक टूटे हुए बिजली के तार बाइक से टकरा गए और आग लगने से तीनों जिंदा जल गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गहरा शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बालाघाट में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बाइक सवार तीन लोगों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोकाकुल परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान सर्रा गांव निवासी सेवकराम पांचे (30), उनकी पत्नी रेणुका पांचे (28) और भाई भोजराज पांचे (28) के रूप में हुई है। पूर्व सरपंच ने बताया कि शव लगभग एक घंटे तक जलते रहे। सेवकराम हैदराबाद में मजदूरी करते थे और बरसात के दौरान खेती के लिए घर लौटे थे।
हादसे का कारण
एसडीएम कमल चंद्र सिंहसार के मुताबिक, हाईटेंशन लाइन पर पेड़ की एक डाली गिर गई थी, जिससे तार टूटकर सड़क पर आ गया। इसी दौरान बाइक उसकी चपेट में आ गई और बिजली चालू होने के कारण बाइक में आग लग गई। बाइक सवारों को बचने का मौका नहीं मिला और वे मौके पर ही दम तोड़ बैठे।
स्थानीय अधिकारियों और बिजली विभाग की प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, बिजली कंपनी के कर्मचारी और लांजी विधायक राजकुमार कर्राहे मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया और मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजे गए। बिजली विभाग के जेई अविनाश देशमुख ने बताया कि बारिश के कारण पेड़ की डाली टूटकर बिजली की लाइन पर गिर गई थी। मरम्मत का काम चल रहा है।
शिकायतें और सुरक्षा व्यवस्था
पूर्व सरपंच चुन्ने लाल हरदे ने बताया कि इलाके में कई बार बिजली के झूलते तारों और खराब खंभों की शिकायत की गई थी, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। विधायक ने कलेक्टर से बात कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
बारिश और आंधी की भूमिका
लांजी थाना प्रभारी विभेंदु टांडिया ने कहा कि हादसे से पहले क्षेत्र में तेज आंधी और भारी बारिश हो रही थी। बिजली सप्लाई अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है और आगे की कार्रवाई जारी है।
आर्थिक सहायता का ऐलान
मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री दीपक उईके ने बताया कि मृतकों के परिवार को कंपनी की ओर से 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी।
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