लखनऊ में उद्यान राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह की प्रेस वार्ता
19 गौतमपल्ली, लखनऊ स्थित मंत्री आवास में उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन और कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने राज्य में हो रही दो महत्वपूर्ण कृषि पहलों की जानकारी दी – अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र की स्थापना और उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025।
आगरा में बनेगा दक्षिण एशिया का अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP – CSARC)
भारत सरकार के कैबिनेट ने 25 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के सींगना, आगरा में रु. 111 करोड़ की लागत से CIP का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (CSARC) स्थापित करने को मंजूरी दी है।
इसका उद्देश्य है:
- आलू व शकरकंद की उत्पादकता में सुधार
- कटाई के बाद प्रबंधन और मूल्य संवर्धन
- कृषक आय और रोजगार सृजन में बढ़ोतरी
सीएसएआरसी: आलू और शकरकंद की हाई-टेक खेती
यह केंद्र उच्च उपज देने वाली, पोषक तत्वों से भरपूर और जलवायु-अनुकूल किस्में विकसित करेगा, जिससे भारत ही नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में आलू और शकरकंद की खेती को मजबूती मिलेगी।
आगरा में चयनित स्थल और प्रशासनिक तैयारी
सींगना स्थित राजकीय औद्यानिक प्रक्षेत्र को चुना गया है।
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने स्थल का निरीक्षण किया और सूर सरोवर पक्षी विहार से होकर केंद्र तक पहुँच मार्ग बनाने हेतु समन्वय कराया।
भारत सरकार व राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने अप्रैल 2025 में पेरू स्थित CIP का दौरा किया।
उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का भव्य आयोजन
दिनांक: 4 से 6 जुलाई, 2025
स्थान: अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ
राज्य सरकार आम के उत्पादन, प्रसंस्करण और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कर रही है।
उत्तर प्रदेश: देश का अग्रणी आम उत्पादक राज्य
- क्षेत्रफल: 3.25 लाख हेक्टेयर (देश का 13.5%)
- उत्पादन: 61.46 लाख मीट्रिक टन (देश का 27%)
- प्रजातियां: दशहरी, लंगड़ा, चौसा, रामकेला, लखनऊ सफेदा सहित 600+ किस्में
- निर्यात: 2024-25 में 40.31 MT, 2025 में अब तक 13.5 MT
महोत्सव में क्या-क्या होगा खास?
- 600+ आम की किस्मों का प्रदर्शन
- सांस्कृतिक कार्यक्रम
- सेमिनार और तकनीकी वर्कशॉप
- आम खाने की प्रतियोगिता और व्यंजन प्रतियोगिता
- क्रेता-विक्रेता सम्मेलन और प्रशिक्षण
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नया टेस्टिंग सेंटर
जेवर एयरपोर्ट के पास आम और अन्य फलों के लिए टेस्टिंग व ट्रीटमेंट सेंटर के निर्माण की योजना है, जिससे निर्यात में तेजी आएगी।
निष्कर्ष:
उत्तर प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र को वैश्विक मंच तक पहुंचाने के लिए तत्पर है। एक ओर आलू और शकरकंद में नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर आम के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान को वैश्विक स्तर पर ले जाने का प्रयास हो रहा है।
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