मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस द्वारा विधायकों के प्रशिक्षण शिविर की घोषणा पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा की नकल मात्र है, जिसमें कांग्रेस अख़ल और अनुशासन की कमी के कारण सिर्फ़ दिखावा कर रही है।
मंत्री सारंग ने कहा — “कांग्रेस को नकल करने से पहले खुद को प्रशिक्षित करना चाहिए। जब पार्टी नेतृत्व ही अप्रशिक्षित और अनुशासनहीन हो, तो वह दूसरों को प्रशिक्षण कैसे दे सकती है?”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस केवल अनुशासनहीनता का पाठ पढ़ सकती है और पढ़ा सकती है।
राहुल गांधी पर कटाक्ष:
“जो खुद जमानत पर हैं, वो दूसरों को जेल भेजने की बात कर रहे हैं”
असम दौरे पर राहुल गांधी द्वारा दिए गए उस बयान पर भी मंत्री सारंग ने पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि “सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेजा जाएगा।”
मंत्री सारंग ने पलटकर कहा — “राहुल गांधी खुद कई मामलों में जमानत पर घूम रहे हैं, और अब वो दूसरों को जेल भेजने की बात कर रहे हैं।” उन्होंने राहुल गांधी को हेमंत बिस्वा शर्मा से भयभीत बताया और कहा कि “असम में भाजपा सरकार ने विकास के नए कीर्तिमान गढ़े हैं।”
नेहरू परिवार और ट्रस्ट विवाद पर आरोप:
मंत्री सारंग ने नेहरू-गांधी परिवार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके खिलाफ नेशनल हेराल्ड जैसे मामलों में गंभीर आरोप हैं। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि
“ट्रस्ट के पैसे का दुरुपयोग कर ऐशो-आराम के लिए खर्च किया गया — यह आरोप हैं, जिनकी न्यायिक पुष्टि फिलहाल सार्वजनिक रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है।”
निष्कर्ष:
मंत्री सारंग की यह बयानबाजी एक बार फिर यह दर्शाती है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक बयान युद्ध लगातार तीव्र होता जा रहा है। हालाँकि, इस पूरे प्रकरण में कुछ आरोप राजनीतिक स्तर पर लगाए गए हैं, जिनकी पुष्टि न्यायालय से नहीं हुई है, इसलिए पत्रकारिता सिद्धांतों के अनुसार इन्हें केवल राजनीतिक टिप्पणी के रूप में देखा जाना चाहिए।