पब्लिक फर्स्ट। उज्जैन। अमृत बैंडवाल ।
रक्षाबंधन 2025 के अवसर पर उज्जैन की महिलाओं ने देश की रक्षा में लगे वीर सैनिकों के लिए एक अनोखी और भावनात्मक पहल की है। सनातन हिन्दू महिला शक्ति संगठन की 40 से अधिक सदस्याओं ने मिलकर लगभग 10,000 राखियां और महाकाल का पवित्र प्रसाद देश के अलग-अलग सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिक भाइयों के लिए भेजा है।
संगठन की अध्यक्ष संध्या सोलंकी ने बताया कि कुछ बहनें तो सीमा पर जाकर सैनिकों को खुद राखी बांधेंगी, जबकि शेष बहनें डाक के माध्यम से ये राखियां और प्रसाद भेज रही हैं। संस्था का यह प्रयास सैनिकों के प्रति प्रेम, समर्पण और कृतज्ञता की एक मिसाल बन चुका है।
हर वर्ष सैनिकों के साथ रक्षाबंधन मनाने वाली ममता सांगते ने कहा कि जहां अनुमति मिलती है, वहाँ जाकर वह व्यक्तिगत रूप से राखी बांधती हैं। उनका उद्देश्य सिर्फ पर्व मनाना नहीं, बल्कि देश के रक्षकों को यह अहसास दिलाना है कि देश की बहनें उन्हें याद करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।
इस आयोजन के माध्यम से उज्जैन की बहनों ने यह संदेश दिया कि राखी केवल एक धागा नहीं, बल्कि स्नेह, आस्था और देशभक्ति का प्रतीक है। यह पहल निश्चित रूप से उन सैनिकों के मनोबल को बढ़ाने का काम करेगी जो अपने परिवार से दूर रहकर देश की सेवा में तैनात हैं।
