पब्लिक फर्स्ट। भोपाल ।पुनीत पटेल।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने मध्यभारत प्रांत में विद्यालयीन सदस्यता अभियान 2025 के अंतर्गत एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाते हुए छात्रों की सहभागिता और संगठन के प्रति युवाओं के विश्वास को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है।
1 दिन में 1.61 लाख सदस्य, कुल 3.63 लाख से अधिक विद्यार्थी जुड़े
5 अगस्त को आयोजित ‘प्रांत स्तरीय अधिकतम सदस्यता दिवस’ पर 18 जिलों में चलाए गए समन्वित अभियान के तहत 1,61,373 विद्यार्थियों ने एक ही दिन में सदस्यता ली।
कुल मिलाकर, पूरे अभियान के दौरान 3,63,863 विद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने अभाविप की सदस्यता ग्रहण की।
प्रांत मंत्री केतन चतुर्वेदी का बयान
अभाविप मध्यभारत के प्रांत मंत्री श्री केतन चतुर्वेदी ने कहा:
“यह केवल सदस्यता नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के प्रति युवाओं की निष्ठा का प्रतीक है। मध्यभारत के कार्यकर्ताओं ने अनुशासन, समर्पण और जोश के साथ संगठन की विचारधारा को विद्यालयों तक पहुँचाया है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो समाज-निर्माण की दिशा में मील का पत्थर बनेगी।”
अभियान के प्रमुख तथ्य:
- मध्यभारत के 18 जिलों में चला विशेष सदस्यता अभियान
- 1 दिन में सबसे अधिक सदस्यता: 1,61,373
- कुल विद्यालयीन सदस्य: 3,63,863
- गांव-शहर दोनों क्षेत्रों में जबरदस्त भागीदारी
- हजारों कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर किया कार्य
भविष्य की दिशा: राष्ट्रवाद, सेवा और शिक्षा के साथ नवाचार
अभाविप ने नए सदस्यों के साथ मिलकर शिक्षा, संस्कार, राष्ट्रवाद, और विद्यार्थी कल्याण को केंद्र में रखते हुए कई नवाचार योजनाओं को प्रारंभ करने की बात कही है।
सदस्यता क्यों है महत्वपूर्ण?
हर वर्ष स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में आयोजित यह अभियान छात्र-शक्ति को राष्ट्रनिर्माण से जोड़ने का माध्यम बनता है।मध्यभारत में इस अभियान की सफलता से यह स्पष्ट है कि नई पीढ़ी संगठित होकर सामाजिक, वैचारिक और रचनात्मक कार्यों में भागीदारी के लिए तैयार है।
निष्कर्ष:
अभाविप का यह ऐतिहासिक विद्यालयीन सदस्यता अभियान सिर्फ आंकड़ों का उत्सव नहीं, बल्कि युवा भारत की जागरूकता और संगठित चेतना का प्रमाण है।
