बड़नगर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत खंडवा बीबी में 38 लाख रुपये की लागत से निर्मित श्री कृष्ण गौशाला में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप ने स्थानीय प्रशासन को हिला दिया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच निशा सोलंकी, उनके पति अरुण सोलंकी और पंचायत सचिव संजय चौहान ने मिलकर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया और बचा हुआ सामान निजी उपयोग के लिए अपने घर ले गए।

निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार ने बताया कि ₹3.5 लाख का भुगतान अब तक नहीं किया गया और निर्माण के लिए अधिकतर सामग्री पंचायत सचिव की पीपलू स्थित दुकान से खरीदी गई। ग्रामीणों के अनुसार गौशाला तक पक्की सड़क नहीं है, परिसर में रखा भूसा सड़ चुका है और कई निर्माण कार्य अधूरे हैं।

सबसे गंभीर आरोप यह है कि गौशाला के रजिस्ट्रेशन के लिए आसपास से 52 गायें लाकर फर्जी फोटो खींचवाए गए, जिनमें से एक गाय का पैर वाहन से उतारते समय टूट गया। जांच में मौके पर एक भी गाय मौजूद नहीं पाई गई। पंचायत सचिव ने भी स्वीकार किया कि रजिस्ट्रेशन के लिए बाहर से गाय लाई गई थी।

ग्रामीणों ने कलेक्टर और अधिकारियों को लिखित शिकायत सौंपी, जिसके बाद एसडीएम धीरेंद्र पाराशर ने मामला जिला पंचायत सीईओ के संज्ञान में लाकर जांच दल गठित किया है। विधायक जितेंद्र सिंह पंड्या ने भी अनियमितताओं की जांच और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है, साथ ही गौशाला का लोकार्पण फिलहाल रोक दिया गया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच पति ही सभी निर्णय और कार्य अपने हिसाब से कर रहे हैं, जबकि पद पर उनकी पत्नी है। अब देखने वाली बात यह है कि जांच रिपोर्ट कब तक आती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।

publicfirstnews.com

Share.

Comments are closed.