पब्लिक फर्स्ट। शाजापुर। संदीप शर्मा।
मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के मक्सी क्षेत्र में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। कौटिल्य एकेडमी स्कूल की एक निजी बस गांव खरेली के पास अचानक अनियंत्रित होकर खंदक (खंती) में गिर गई। बस में उस समय लगभग 30 छात्र सवार थे, जिन्हें स्कूल ले जाया जा रहा था। गनीमत यह रही कि सभी छात्र सुरक्षित हैं, केवल कुछ को मामूली चोटें आईं।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह बस बच्चों को लेकर मक्सी से गुजर रही थी। गांव खरेली के पास अचानक ड्राइवर का बस पर नियंत्रण बिगड़ गया और वाहन सड़क से उतरकर खंदक में जा गिरा। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई।
राहत और बचाव कार्य
- सबसे पहले नजदीकी ग्रामीण मौके पर पहुँचे और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।
- सूचना मिलते ही 108 एंबुलेंस और पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची।
- घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
- सभी बच्चों की हालत सुरक्षित बताई जा रही है।
सुरक्षा पर गंभीर सवाल
जांच में सामने आया है कि जिस बस से बच्चे स्कूल जा रहे थे, उसका बीमा और फिटनेस प्रमाण-पत्र समाप्त हो चुका था। यह खुलासा प्रशासनिक लापरवाही और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी पर बड़े सवाल खड़े करता है।
गांव के लोगों और बच्चों के परिजनों ने स्कूल प्रशासन और RTO पर सीधी लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बिना फिटनेस और बीमा के बसें चलाना बच्चों की जान से खिलवाड़ है। लोग अब सख्त कार्रवाई और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन की कार्रवाई
- पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
- प्रशासन ने स्कूल बस के दस्तावेजों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
- RTO को भी सुरक्षा नियमों के पालन की सख्ती से जांच करने के लिए कहा गया है।
निष्कर्ष
यह घटना भले ही किसी बड़े हादसे में नहीं बदली, लेकिन इसने स्कूल बसों की सुरक्षा, फिटनेस और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिभावक और स्थानीय लोग अब मांग कर रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों।
