पब्लिक फर्स्ट । भोपाल । ब्यूरो रिपोर्ट ।
HIGHLIGHTS FIRST :
जीतू पटवारी का शर्मनाक बयान:
“मध्यप्रदेश की महिलाएँ सबसे ज्यादा शराब पीती हैं” – झूठ, हताशा और सस्ती राजनीति का नमूना
मध्यप्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता कहलाने वाले जीतू पटवारी ने एक बार फिर अपनी बेतुकी और शर्मनाक बयानबाज़ी से प्रदेश का नाम बदनाम कर दिया।
उन्होंने कहा कि “मध्यप्रदेश की महिलाएँ सबसे ज्यादा शराब पीती हैं।”
सच क्या है?
- राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (NFHS) – ऐसा कोई आंकड़ा नहीं।
- WHO रिपोर्ट्स – कहीं ज़िक्र नहीं।
- राज्य/केंद्र स्वास्थ्य दस्तावेज – मप्र की महिलाओं के शराब सेवन को लेकर कोई शीर्ष रैंकिंग नहीं।
साफ है कि पटवारी का यह बयान सिर्फ झूठ, भ्रम और राजनीतिक हताशा है।
पटवारी की राजनीति = प्रदेश की बदनामी
- हार के बाद अब पटवारी ने मध्यप्रदेश की बेटियों और महिलाओं के चरित्र पर कीचड़ उछालना शुरू कर दिया है।
- यह बयान न सिर्फ तथ्यहीन है बल्कि मध्यप्रदेश की गौरवशाली नारी शक्ति का अपमान भी है।
- क्या राजनीति में टिके रहने के लिए अब नेताओं को महिलाओं पर ऐसे घटिया आरोप लगाने पड़ेंगे?
जनता का सवाल
- पटवारी बताएं – उनके पास इस बयान का एक भी प्रमाण है?
- अगर नहीं, तो उन्हें तुरंत प्रदेश की महिलाओं से माफी माँगनी चाहिए।
- वरना जनता उन्हें हमेशा याद रखेगी – झूठ फैलाने वाले, हताश नेता के तौर पर।
निष्कर्ष
जीतू पटवारी का यह बयान निराधार, बेशर्म और निंदनीय है।
कांग्रेस के नेता अगर इसी तरह झूठे आरोप और सस्ती बयानबाज़ी करेंगे, तो जनता उन्हें पूरी तरह राजनीति से बाहर का रास्ता दिखा देगी।
