पब्लिक फर्स्ट। उज्जैन।

पुरुषों को धोती-सोला, महिलाओं को साड़ी पहनना जरूरी; जल्द सभी श्रद्धालुओं को मिलेगा प्रवेश
उज्जैन के महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं को ड्रेस कोड में ही प्रवेश मिलेगा। पुरुषों को धोती-सोला पहनना होगा, जबकि महिलाओं के लिए साड़ी पहनना जरूरी होगी। वहीं जल्द ही सभी श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह से दर्शन की व्यवस्था दी जाएगी।

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया है। गुरुवार शाम कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में महाकाल लोक के कंट्रोल रूम में बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि उज्जैनवासियों को सप्ताह में एक दिन भस्म आरती में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए मंगलवार का दिन तय किया है। इसमें भक्तों की क्षमता 300 से 400 के बीच रखी जाएगी।

ड्रेस कोड: पहले क्या था, अब क्या होगा
विशेष दिनों यानी जब आम श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश बंद होता है, तब ड्रेस कोड अनिवार्य रहता है। यानी गर्भगृह में प्रवेश करने वालों को धोती और सोला पहनना होता है। अब तक आम दिनों में सभी श्रद्धालुओं को सामान्य कपड़ों में प्रवेश दिया जा रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। गर्भगृह खुलने के बाद आम श्रद्धालुओं को भी धोती-सोला पहनने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। वहीं, महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा।

गर्भगृह में प्रवेश के लिए अगले सप्ताह फिर बैठक
एक घंटे चली बैठक के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि करीब ढाई महीने से आम श्रद्धालुओं के लिए बंद गर्भगृह को खोलने को लेकर अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इसके लिए अगले सप्ताह फिर बैठक होगी। हालांकि करीब दो से ढाई लाख श्रद्धालु रोजाना मंदिर आ रहे हैं। सभी को गर्भगृह में प्रवेश देना संभव नहीं है।

सबसे बड़े अन्न क्षेत्र का उद्घाटन अगले सप्ताह
कलेक्टर ने बताया कि अगले हफ्ते महाकाल मंदिर में अन्न क्षेत्र का उद्घाटन किया जाएगा। इसका उद्घाटन करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ सकते हैं। दावा है कि यह पूरे भारत का सबसे बड़ा अन्न क्षेत्र होगा। इसमें दिन भर में एक लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा। बैठक में मंदिर प्रशासक संदीप सोनी, एसपी सचिन शर्मा, महानिर्वाणी के महंत विनीत गिरि, महापौर मुकेश टटवाल मौजूद रहे।

दो महीने में 2 करोड़ से ज्यादा भक्तों ने किए दर्शन
महाकालेश्वर मंदिर में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक 2 करोड़ 39 लाख 58 हजार 740 से अधिक भक्तों ने दर्शन किए। इस बार सावन महीने में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि श्रावण-भाद्रपद महीने में श्रद्धालुओं की गिनती के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से यह जानकारी मिली है।

publicfirstnews.com

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