पब्लिक फर्स्ट। भिंड
जैसे जैसे मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 नजदीक आ रहे है वैसे वैसे राजनैतिक दलों में बगावत के शुरू तेज होते आज रहे है। अब इसी कड़ी में एक ओर जहां कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद टिकट न मिलने से नाराज लोगों ने पार्टी में इस्तीफों की झड़ी लगा दी है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा में भी 4 लिस्ट जारी होने और पांचवी की घोषणा होने से पहले टिकट न मिलने से दुखी नेताओं और कार्यकर्ताओं की बगावत का सिलसिला जारी है।

रसाल सिंह ने पार्टी से दिया इस्तीफा
नवरात्री के पहले दिन जहां कांग्रेस को तगड़े झटके लगे तो वहीं भाजपा को भी चंबल में एक बड़ा झटका लगा है। जहां टिकट न मिलने से नाराज चल रहे चंबल में BJP का जाना माना चेहरा और पूर्व विधायक रसाल सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह दिया है। हालांकि उनका टिकट कटने के बाद से ही उनके दलबदल की चर्चाएं तेज हों गई थीं। आपको बता दें पूर्व विधायक रसाल सिंह बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती के कट्टर समर्थक माने जाते है।

बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
लेकिन पूर्व विधायक रसाल सिंह पार्टी से इतने ज्यादा खफा माने जा रहे है कि विधायक ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। अपने इस्तीफे में रसाल सिंह ने लिखा है- मैंने भाजपा पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। हमेसा एक कर्मठ बीजेपी कार्यकर्ता और सदैव संगठन के हित में कार्य किया। लेकिन जब संगठन ने पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले नेता को बढ़ावा देकर पार्टी के लोकतंत्र की हत्या की है। ऐसे में BJP में नहीं रह सकता।