पब्लिक फर्स्ट। निवाड़ी। देवेश गुप्ता।

निवाड़ी जिले की ग्राम पंचायत ढिमरपुरा में पंचायत भवन की पुताई के नाम पर सामने आया 1.62 लाख रुपए का कथित भ्रष्टाचार अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे विवादित बिल को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

बिल में खर्च तो लाखों का, दीवारें जस की तस

वायरल बिल के मुताबिक, पंचायत भवन की पुताई और डिस्टेंपर के लिए कुल ₹1,62,000 का खर्च दर्शाया गया है। बिल में 80 बोरी पुताई सामग्री का उल्लेख किया गया है, जो भवन की वास्तविक स्थिति के हिसाब से स्पष्ट रूप से अधिक प्रतीत हो रही है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक की मिलीभगत से यह फर्जी खर्च दिखाया गया है। मौके पर देखने से पता चलता है कि पंचायत भवन पर हुई पुताई न के बराबर है, जबकि कागजों में पूरी धनराशि निकाली जा चुकी है।

जनता का सवाल – कहां गई लाखों की पुताई?

स्थानीय लोगों ने बताया कि ग्राम पंचायत में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। पहले भी निर्माण कार्यों, प्रधानमंत्री आवास और मनरेगा योजनाओं में इसी तरह भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आ चुकी हैं।

जिला पंचायत सीईओ ने दिए जांच के आदेश

जब मीडिया ने इस मामले में जिला पंचायत सीईओ श्री रोहन सक्सेना से बात की, तो उन्होंने कहा,

मामले को गंभीरता से लिया गया है। तकनीकी टीम द्वारा जांच कराई जाएगी और अगर गड़बड़ी पाई गई, तो संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

publicfirstnews.com

Share.

Comments are closed.