पब्लिक फर्स्ट। दिल्ली

भारत और नेपाल के बीच प्रस्तावित रामायण सर्किट के काम में तेजी लाई जाएगी। भारत पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और PM मोदी से मुलाकात में यह फैसला हुआ। बातचीत के बाद PM मोदी ने कहा- दोनों देशों के बीच रामायण सर्किट का काम तेजी से पूरी किया जाएगा। प्रधानमंत्री बोले- मैंने और PM प्रचंड ने नेपाल-भारत की पार्टनरशिप को हिट से सुपरहिट बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले किए हैं। इसके अलावा दोनों नेताओं ने भारत-नेपाल के बीच नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी पर भी चर्चा की। इस दौरान हाइड्रो-पावर डेवलेपमेंट, एग्रीकल्चर और कनेक्टिविटी जैसे मुद्दों पर बात हुई।

मैंने 2014 में नेपाल की पहली यात्रा की थी। तब मैंने एक HIT यानी हिट फॉर्मूला दिया था। इसमें हाई-वे, आई-वे और ट्रान्स -वे शामिल थे। मैंने कहा था कि हमारे बॉर्डर दोनों देशों के रिश्तों में बैरियर नहीं बनने चाहिए। आज मैं कह सकता हूं कि हमारे संबंध हिट हैं। नेपाल के लोगों के लिए नए रेल रूट्स शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा वहां के रेलकर्मियों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

नेपाल के PM प्रचंड ने कहा- मैं चौथी बार भारत दौरे पर आया हूं। मैं PM मोदी को भारत की सत्ता में 9 साल पूरे करने की बधाई देता हूं। उनकी लीडरशिप में भारत में इकोनॉमी सहित सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है। आज भारत और नेपाल के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं।

इसके बाद 3 जून को वो एक कार्यक्रम के लिए इंदौर जाएंगे। इसके बाद नेपाली PM के महाकाली की नगरी उज्जैन जाने की भी संभावना है। नेपाल के PM इससे पहले मई में भारत आने वाले थे लेकिन कैबिनेट विस्तार के चलते उन्होंने यात्रा टाल दी थी। नेपाल में परंपरा है कि जो भी नेता वहां का प्रधानमंत्री बनता है वो अपने विदेशी यात्राओं की शुरुआत भारत से ही करता है।

हालांकि, 2008 में राजशाही खत्म होने के बाद जब प्रचंड PM बने थे तो वो सबसे पहले चीन पहुंच थे। पिछले साल दिसंबर में पुष्प कमल दहल प्रचंड तीसरी बार नेपाल का प्रधानमंत्री बने थे। इससे पहले वो 2008 से 2009 और दूसरी बार 2016 से 2017 में प्रधानमंत्री बन चुके हैं।

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