पब्लिक फर्स्ट।
पाकिस्तान में सिख कम्युनिटी के मेंबर्स पर हमले बढ़ गए हैं। अप्रैल से जून तक चार मामले सामने आए हैं। भारत सरकार ने इस मामले पर नोटिस लेते हुए सोमवार को पाकिस्तान हाईकमीशन के सीनियर डिप्लोमैट को तलब किया।
पाकिस्तान के डिप्लोमैट से कहा गया है कि वो सिखों पर हुए हमलों की गंभीरता से जांच करे और इस जांच रिपोर्ट को भारत के साथ शेयर किया जाए।
इसके अलावा पाकिस्तान से ये भी कहा गया है कि वो पाकिस्तान में माइनोरिटीज की हिफाजत के पुख्ता इंतजाम करे। भारत का कहना है कि हालिया हमलों से साफ हो जाता है कि उनसे मजहब के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है।शनिवार को हुआ था हमला
शनिवार को हुआ था हमला
- पाकिस्तान के अखबार ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की रिपोर्ट के मुताबिक- शनिवार को दुकान से घर लौट रहे एक सिख कारोबारी पर बाइक से आए दो लोगों ने हमला किया था। इस हमले में मनमोहन सिंह नाम के इस सिख कारोबारी की मौत हो गई थी। यह हमला पेशावर के ककशाल इलाके में हुआ था।
- 34 साल के मनमोहन एक ऑटो रिक्शा से घर जा रहे थे। एक चौराहे पर इस ऑटो को रोका गया और करीब से सिंह पर गोलियां चलाई गईं। पुलिस ने जांच के नाम पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया और बाद में इन्हें छोड़ भी दिया।
- कुछ खबरों में कहा गया है कि पुलिस को इलाके में लगे कुछ सीसीटीवी कैमरों के फुटेज हाथ लगे हैं। इनके आधार पर जांच की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
हिंदू डॉक्टर की हत्या
इसी साल मार्च में कराची में एक हिंदू डॉक्टर बीरबल जेनानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आई स्पेशलिस्ट जेनानी कराची मेट्रोपॉलिटन कॉरपोरेशन में हेल्थ डिपार्टमेंट के सीनियर डायरेक्टर के पद पर रह चुके थे। पुलिस ने इस घटना को टारगेट किलिंग बताया था।
इसके बाद कराची में ही एक और हिंदू डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी। 60 साल के डॉक्टर धरम देव राठी स्किन स्पेशलिस्ट थे। उनका कत्ल उनके ड्राइवर हनीफ लेघारी ने किया था, जिसके बाद वो फरार हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मौत से कुछ देर पहले डॉक्टर धरम देव ने अपने दोस्तों के साथ होली सेलिब्रेट की थी। इससे उनका ड्राइवर हनीफ नाराज था और उसने घर लौटने पर डॉक्टर का गला रेतकर हत्या कर दी थी।
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