पब्लिक फर्स्ट। भोपाल। ब्यूरो।
योगी आदित्यनाथ के जीवन पर बनी बायोपिक “अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी” को लेकर मध्यप्रदेश में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
संस्कृति बचाओ मंच और हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री घोषित करने की औपचारिक मांग की है।
तिवारी का कहना है कि योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों पर कार्रवाई, बुलडोज़र अभियान और महिला सुरक्षा जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जिन्हें जन-जन तक पहुँचाना ज़रूरी है। उन्होंने सभी सनातन धर्मियों से इस फिल्म को देखने की अपील भी की।
दूसरी ओर मुस्लिम संगठनों और मौलानाओं ने फिल्म का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह फिल्म हिंदू राष्ट्रवाद को बढ़ावा देती है और शरीयत के हिसाब से मुस्लिम समाज को इसे देखने से परहेज़ करना चाहिए। मौलानाओं ने फिल्म को हराम करार देते हुए फतवा जारी किया है।
हिन्दू संगठनों ने इन बयानों को मात्र पब्लिसिटी स्टंट और तुष्टिकरण की राजनीति बताया। उनका कहना है कि जब मुस्लिम समाज बॉलीवुड की अन्य फिल्मों को देख सकता है, तो योगी आदित्यनाथ की बायोपिक का विरोध क्यों?
फिल्म निर्माताओं और समर्थकों का दावा है कि “अजेय” केवल योगी आदित्यनाथ के जीवन की यात्रा को दिखाती है, जिसमें गोरखपुर मठ से लेकर राजनीति तक का सफर प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया है।
अब सबकी नज़र मुख्यमंत्री मोहन यादव पर है कि वे इस फिल्म को टैक्स फ्री करने का निर्णय लेते हैं या नहीं।
