पब्लिक फर्स्ट। प्योंगयांग।
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने गुरुवार को रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोउगू से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच सैन्य मसलों और सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई। नॉर्थ कोरिया के सरकारी मीडिया KCNA ने बताया कि किम ने रूसी रक्षा मंत्री को विक्ट्री डे पर बतौर मेहमान आमंत्रित किया है। दरअसल, कोरियन वॉर एनिवर्सरी को नॉर्थ कोरिया में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

चीन का भी एक डेलिगेशन इस मौके पर उत्तर कोरिया पहुंचा है। नॉर्थ कोरिया में गुरुवार को डिफेंस ऐग्जिबिशन हुई, जिसमें उन बैलिस्टिक मिसाइलों को भी शामिल किया गया, जिसकी टेस्टिंग को लेकर नॉर्थ कोरिया पर बैन लगा हुआ है। इसके बाद रक्षा मंत्री शोउगू ने भी स्पीच दी। उन्होंने कहा कि नॉर्थ कोरिया की आर्मी दुनिया की सबसे ताकतवर आर्मी बन गई है।

इस मौके पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मेंबर ली होंगझोंग भी मौजूद रहे।

सोवियत संघ टूटने के बाद पहली बार नॉर्थ कोरिया पहुंचे रूसी रक्षा मंत्री
ये पहला मौका है, जब सोवियत यूनियन के टूटने के बाद कोई रूसी रक्षा मंत्री नॉर्थ कोरिया पहुंचा है। नॉर्थ कोरिया में कोरोना पाबंदियां हटने के बाद ये पहला मौका, जब कोई विदेशी डेलिगेशन प्योंगयांग पहुंचा। KCNA के मुताबिक, शोउगू ने किम जोंग को राष्ट्रपति पुतिन का एक लेटर भी सौंपा। इसके बाद किम ने मिलिट्री डेलिगेशन भेजने के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया।

तानाशाह ने कहा- इस यात्रा के साथ दोनों देशों के बीच सैन्य और परंपरागत रिश्ते बेहतर हुए हैं। क्षेत्रीय सुरक्षा, आपसी हितों और वैश्विक शांति पर मैंने अपने विचार भी साझा किए।

नॉर्थ कोरिया बोला- यूक्रेन में रूस का मिलिट्री ऑपरेशन सही


ऐग्जीबिशन से पहले दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बातचीत भी हुई। इसमें नॉर्थ कोरिया के रक्षा मंत्री कैंग सुन नैम शामिल हुए। उन्होंने यूक्रेन में चल रहे रूसी मिलिट्री के ऑपरेशन को देश की सुरक्षा के लिए सही बताया। KCNA के मुताबिक, कैंग ने कहा कि उन्हें इस बात में कोई शक नहीं है कि पुतिन की लीडरशिप में रूस और मजबूत देश बनेगा।

अमेरिका बोला- नॉर्थ कोरिया से हथियार ले रहा रूस


रूसी डेलिगेशन की यात्रा को लेकर व्हाइट हाउस प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा- ये दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब रूस दूसरे देशों से हथियार खरीदने की कोशिश कर रहा है। इसमें अब कुछ सीक्रेट नहीं रहा है। पुतिन दूसरे देशों से जंग में मदद मांग रहे हैं और इसमें नॉर्थ कोरिया भी शामिल है।

तानाशाह ने हमेशा से जंग में रूस का पक्ष लिया है और अब वो हथियार और मिसाइल भी सप्लाई कर रहा है। हालांकि, रूस और उत्तर कोरिया, दोनों ने ही इन दावों को खारिज कर दिया।

प्रतिबंध के बावजूद मिसाइल टेस्टिंग कर रहा नॉर्थ कोरिया


संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों की टेस्टिंग को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। आसान शब्दों में कहें तो नॉर्थ कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण नहीं कर सकता है। इसके बावजूद लगातार मिसाइल टेस्ट किए जा रहे हैं।

publicfirstnews.com

Share.

Comments are closed.