पब्लिक फर्स्ट। दिल्ली।

न्यूजक्लिक के संस्थापक पत्रकार प्रबीर पुरकायस्थ को आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। उनके अलावा दिल्ली पुलिस ने न्यूज पोर्टल के एचआर हेड अमित चक्रवर्ती को भी गिरफ्तार किया है। सुबह ही दिल्ली-एनसीआर में 20 से अधिक स्थानों पर न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकारों के घरों की तलाशी ली गई। दिल्ली पुलिस के इस एक्शन के बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा। साथ ही इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर कुठाराघात बताया।

जिन पत्रकारों के यहां छापा मारा गया, उनमें प्रमुख रूप से प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, परंजॉय गुहा ठाकुरता, ऑनिंदो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा और सोहेल हाशमी हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं। अभिसार शर्मा नोएडा और उर्मिलेश गाजियाबाद में रहते हैं।

इनमें से कई पत्रकारों ने ट्वीट कर बताया है कि पुलिस ने उनके घरों में रेड डाली है और उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।

38 करोड़ रुपए फंडिंग का आरोप
प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि न्यूजक्लिक को चीन से कथित संबंध वाली संस्थाओं से लगभग 38 करोड़ रुपये मिले। इस पैसे का इस्तेमाल कथित तौर पर आठ पत्रकारों के वेतन के लिए किया गया था। कुल मिलाकर न्यूजक्लिक से जुड़े 10 पत्रकारों के यहां मंगलवार सुबह छापेमारी की गई। इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, परंजॉय गुहा ठाकुरता के अलावा मुंबई में एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ शामिल थीं।

इस दौरान कुल 37 लोगों से पूछताछ की गई। 9 महिलाओं से उनके रहने के स्थानों पर पूछताछ की गई है। डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों आदि को जांच के लिए जब्त किया गया है। कार्रवाई अभी भी जारी है।


‘न्यूजक्लिक’ का दफ्तर सील
न्यूजक्लिक की फंडिंग को लेकर ईडी पहले भी रेड मार चुकी है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था और न्यूजक्लिक की कुछ संपत्तियां अटैच की थीं। मंगलवार सुबह दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव में हुई कार्रवाई के दौरान स्पेशल सेल की टीम के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान और स्थानीय पुलिसकर्मी मौजूद रहे। शाम को न्यूजक्लिक के दफ्तर को सील कर दिया गया। दिल्ली पुलिस ने बताया, 37 लोगों से पूछताछ की गई। 9 महिलाओं से उन्हीं के घर, परिसर में पूछताछ हुई। पुलिस ने जांच के मद्देनजर डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और अन्य चीजें बरामद कीं।

25 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूएपीए के तहत दर्ज केस में मंगलवार सुबह न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों और उसके दफ्तर पर कार्रवाई की। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई समेत 25 से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई के दौरान कुछ पत्रकारों के मोबाइल, लैपटॉप, हार्डडिस्क, अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए। पत्रकार उर्मिलेश, सत्यम तिवारी, अभिसार शर्मा, न्यूज क्लिक के फाउंडर-चीफ एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ और अन्य से पूछताछ की गई। दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। इनमें प्रबीर पुरकायस्थ भी हैं।

विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला
कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और समाजवादी पार्टी के अलावा ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ ने इस छापेमारी को लेकर सरकार की निंदा की है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ‘बिहार में जाति आधारित जनगणना के चौंका देने वाले आंकड़े और देशभर में जातीय गणना की बढ़ती मांग के बीच लोगों का ध्यान भटकाने’ के लिए ‘न्यूजक्लिक’ के पत्रकारों के परिसरों पर तड़के छापे मारे गए। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने छापेमारी को ‘हारती हुई भाजपा’ की निशानी बताया। यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘छापे हारती हुई भाजपा की निशानी हैं। ये कोई नई बात नहीं है। ईमानदार खबरनवीसों पर भाजपाई हुक्मरानों ने हमेशा डाले हैं छापे, लेकिन सरकारी प्रचार-प्रसार के नाम पर कितने करोड़ हर महीने ‘मित्र चैनलों’ को दिये जा रहे हैं ये भी तो कोई छापे।’ आम आदमी पार्टी (आप) की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार पत्रकारों को गिरफ्तार करके चीन से लड़ने का नाटक कर रही है क्योंकि उसके पास चीन से सीधे तौर पर बात करने की हिम्मत नहीं है।

publicfirstnews.com

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