पब्लिक फर्स्ट। राजगढ़ । विकास दीक्षित
बीती रात कांग्रेस उम्मीदवारों की अपनी दूसरी लिस्ट के जरिए 5 दिनों के अंदर ही विधानसभा चुनाव का सबसे बड़ा और तनावभरा काम निपटाकर प्रत्याशियों की इस दौड़ में भाजपा को पीछे छोड़ आगे निकल गई है। आपको बता दें वैसे तो कांग्रेस ये दावा कर ही है की उनकी पार्टी में टिकट का बटवारा सर्वे के आधार पर हुआ है। लेकिन फिर भी राजगढ़ जिले में कांग्रेस के ज्यादातर टिकिटों में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का दबदबा साफ देखने को मिला है।
कौन जीतेगा राजगढ़ का रण
कांग्रेस और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने राजगढ़ जिले की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार के नाम घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने राजगढ़ सीट से बापू सिंह तंवर, ब्यावरा विधानसभा सीट से पुरुषोत्तम दांगी को, नरसिंहगढ़ की सीट से गिरीश भंडारी, खिलचीपुर विधानसभा सीट से प्रियव्रत सिंह खींची को, सारंगपुर सीट से कला मालवीय को आगामी विधानसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाया है। राजगढ़ जिला दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है।
साथ ही दिग्गी के भतीजे प्रियव्रत सिंह को खिलचीपुर से टिकिट दिया गया है। अगर देखा जाए तो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से राजगढ़ में कांग्रेस के अन्य सभी प्रत्याशी भी पूर्व CM दिग्विजय सिंह के करीबी है। वहीं अगर बात सत्ताधारी दल बहरतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब तक राजगढ़ जिले में केवल खिलचीपुर सीट पर हजारीलाल दांगी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि 4 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन पर पेंच अभी अटका है। मानसिक तौर पर कांग्रेस ने भाजपा को रेस में पीछे छोड़ दिया है। भाजपा की अंदरूनी उठापटक के चलते टिकिट घोषित नहीं हो पा रहे हैं।