पब्लिक फर्स्ट | देवेन्द्र राजपूत | मुरैना |
माइनर नहर फूटी,एक दर्जन किसानों की 30 बीघा में बोई गेहूं की फसल डूबी।
मुरैना की अंबाह ब्रांच कैनाल से निकली पांच आर माइनर नहर के फूट जाने से नेशनल हाइवे-44 पर स्थित बंधा गांव के एक दर्जन किसानों की करीब 30 बीघा गेहूं और सरसों की फसल डूब गई।
बंधा गांव के पास नहर फूट जाने से किसान सुनील डंडोतिया, संजीव सिंह, गिर्राज डंडोतिया की करीब 15 बीघा, रामसहाय गुर्जर, कंपोटर गुर्जर, दीवान सिंह, भवूती सिंह की छह से सात बीघा सहित करीब 30 बीघा गेहूं की फसल में पानी भर गया है। किसानों ने बड़ी मशक्कत के बाद गेहूं की बोनी की थी, अब सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते उगने के बाद गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। दोबारा गेहूं बोने में एक महीने इंतजार करना होगा, तब तक काफी लेट हो चूका होगा |
सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम किसानों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं बंधा, जारह, हेतमपुर, जनकपुर, तोरखेड़ा, पचोखरा गांवों की गेहूं की करीब 500 बीघा की फसल प्रभावित हो जाएगी क्योंकि माइनर फूटने से समय पर पानी नहीं मिल पाएगा। किसानों का कहना हैं कि अगर पानी छोडऩे से पहले माइनर की सफाई हो जाती तो यह फूटती नहीं।
एसडीओ गजेन्द्र सिंह कंषाना, सब इंजीनियर एस के टुंडेलकर और इस क्षेत्र की नायब तहसीलदार को किसान लगातार फोन कर रहे हैं लेकिन 24 घंटे बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। इसको लेकर किसानों में आक्रोश है। publicfirstnews.com
