• मप्र भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल ने संभाग मंत्री वेद प्रकाश दांगी एवं भोपाल जिला अध्यक्ष गिरवर सिंह राजपूत के नेतृत्व में भोपाल सांसद आलोक शर्मा से मुलाकात कर कपास और सरसों के बीटी बीजों से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया।
• प्रतिनिधिमंडल में जिला सह मंत्री राजेंद्र सिंह ठाकुर भोपाल नगर अध्यक्ष अश्वनी मेहर , जिला प्रचार प्रसार प्रमुख विनय सिंह पटेल, लोकेश मीणा ,तहसील अध्यक्ष अखिलेश मीणा, गजेंद्र सिंह, पुष्पेंद्र ,आकाश राजपूत
कार्यकारिणी के सदस्य शामिल थे।
• किसान संघ के सदस्यों ने बताया कि 2002 से विदेशी कंपनियों ने बीटी बीजों को बैक डोर से भारत में प्रवेश दिलाया है। इन बीजों में जीवों के जीन डाले गए हैं, जिससे देश में मांसाहारी तेल का सेवन बढ़ा है, जबकि मांसाहारी तेल पर प्रतिबंध है। उन्होंने यह भी कहा कि जीएम बीजों का भारत में पर्यावरण पर प्रभाव का कोई परीक्षण नहीं किया गया है।
• जिससे देशी बीज विलुप्त हो रहे हैं और किसान विदेशी कंपनियों पर निर्भर होते जा रहे हैं।
• किसान संघ ने बताया कि बीटी बीजों का परीक्षण असफल रहा है, फिर भी विदेशी कंपनियां नए प्रयोग कर रही हैं। इस मुद्दे पर किसान संगठनों ने न्यायालय की शरण ली, जिसके बाद उच्च न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ ने केंद्र सरकार को चार महीने में नीति बनाने का निर्देश दिया था। तीन महीने बीतने के बावजूद केंद्र सरकार ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया है।
प्रतिनिधिमंडल ने सांसद आलोक शर्मा सांसद से आग्रह किया कि वे आगामी लोकसभा सत्र में इस मुद्दे को उठाएं। किसान संघ की यह चर्चा मे सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि किसान संघ मैं इस मुद्दे को ठीक उठाया मैं अभी सत्र में क्वेश्चन लगवाऊंगा आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हूं 25 नवंबर से सत्र शुरू होगा मैं इस मुद्दे को विशेष रूप से संसद में उठाऊंगा।