मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल जल्द ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का मेज़बान बनने जा रही है। इस समिट के दौरान, भोपाल दुनिया भर के निवेशकों और उद्योगपतियों का स्वागत करेगा। आयोजन को खास और आकर्षक बनाने के लिए नगर निगम और पर्यटन विभाग मिलकर होम स्टे और टेंट कैंपिंगजैसी अनोखी व्यवस्थाओं की योजना बना रहे हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य विदेशी मेहमानों को भोपाल के प्राकृतिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करना है।

मानव संग्रहालय में मेगा इवेंट की तैयारियां जोरों पर

भोपाल के मानव संग्रहालय परिसर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन को भव्य और सफल बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। यह आयोजन 250 एकड़ में तैयार किए गए स्थल पर होगा और समिट की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • 30 से अधिक देशों के निवेशकों की भागीदारी, जिनमें जापानजर्मनीअमेरिका, और इंग्लैंड शामिल हैं।
  • 50 से अधिक देशों के बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रण भेजा गया है।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी की रात भोपाल पहुंचेंगे और राजभवन में विश्राम करेंगे।
  • 24 फरवरी की सुबह प्रधानमंत्री मोदी समिट का शुभारंभ करेंगे।
  • भोपाल एयरपोर्ट पर 25 जेट विमानों की पार्किंग की जगह तैयार की गई है।
  • डोमअस्थायी कक्ष, और कैंप के साथ लाइव एग्जीबिशन की व्यवस्था की जाएगी।
  • अब तक 10,000 से अधिक निवेशकों का पंजीकरण पूरा हो चुका है।
  • 40-50 होम स्टे और टेंट सिटी का निर्माण किया जाएगा।
  • 2000 से अधिक उद्योगपति समिट में भाग लेने के लिए भोपाल आ रहे हैं।

शहर की सूरत बदलने में जुटा प्रशासन

समिट के मद्देनजर, भोपाल को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये की योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं में प्रमुख बुनियादी ढांचे की सुधार और सौंदर्यीकरण कार्य शामिल हैं:

  • 35 करोड़ रुपये की राशि नगर निगम को समिट से जुड़े कार्यों के लिए दी गई है।
  • 65 करोड़ रुपये से लोक निर्माण विभाग सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे को दुरुस्त कर रहा है।
  • होम स्टे और टेंट कैंपिंग के लिए केरवा और कलियासोत को प्रमुख लोकेशन के रूप में चुना गया है।

शहर को और हरा-भरा बनाने की योजना

समिट से पहले, भोपाल को और अधिक हरा-भरा बनाने के लिए 5 करोड़ रुपये की लागत से तेजी से बढ़ने वाले आकर्षक पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधे प्रमुख स्थानों जैसे एयरपोर्टन्यू मार्केट, और वीआईपी रोड को सजाने के लिए इस्तेमाल होंगे। इन पौधों की विशेषता यह होगी कि वे कम धूप और कम पानी में भी जीवित रह सकेंगे, जिससे शहर के हरित आवरण को बढ़ावा मिलेगा।

भोपाल की दीवारों पर बिखरेगी कला की रंगत

भोपाल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाने के लिए सरकारी दीवारों पर वॉल पेंटिंग और ग्राफिटी बनाई जा रही हैं। इन चित्रकला कृतियों में राजा भोज के ऐतिहासिक योगदानभोपाल के पर्यटक स्थलों, और स्वच्छ भारत मिशन में भोपाल की उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा। यह न केवल शहर का सौंदर्य बढ़ाएगा, बल्कि निवेशकों को भोपाल की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से भी परिचित कराएगा।

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