मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस समिट से न केवल भारत, बल्कि प्रदेश के छोटे निवेशकों का भी आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने यूके, जर्मनी, जापान सहित सभी विदेशी मेहमानों, मंत्री गण, विभागीय अधिकारियों और प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त किया। 
समिट में निवेश की प्रमुख घोषणाएँ:
• उद्योग विभाग: 12.02 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है।
• नवकरणीय ऊर्जा: 5.72 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया गया है।
• खनन एवं खनिज: 3.22 लाख करोड़ रुपये का निवेश सुनिश्चित हुआ है।
• शहरी विकास: 1.9 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है।
• ऊर्जा विकास: 1.74 लाख करोड़ रुपये का निवेश सुनिश्चित किया गया है।
इन निवेशों से प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आर्थिक विकास को गति मिलेगी। 
समिट की प्रमुख विशेषताएँ:
• विदेशी प्रतिनिधित्व: 60 से अधिक देशों के प्रमुख उद्योगपति, निवेशक, नीति निर्माता और विशेषज्ञों के साथ 13 देशों के राजदूत, 6 देशों के उच्चायुक्त और कई वाणिज्य दूतावास प्रमुखों ने समिट में भाग लिया। 
• मुख्य फोकस सेक्टर: आईटी, वस्त्र उद्योग, फार्मा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), नवकरणीय ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए केंद्रित सत्र आयोजित किए गए।
• ‘ज़ीरो वेस्ट’ समिट: समिट को ‘ज़ीरो वेस्ट’ बनाने के लिए 100% नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया गया और आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का इंतजाम किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आयोजित इस समिट ने मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश मानचित्र पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह समिट न केवल निवेश आकर्षित करेगी, बल्कि युवाओं के लिए नए रोजगार और कौशल विकास के अवसर भी सृजित करेगी, जिससे मध्यप्रदेश भारत के औद्योगिक भविष्य का प्रतीक बनेगा। 
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