पब्लिक फर्स्ट । भोपाल । माय प्रजापति ।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनजातीय वर्ग के कल्याण, संस्कृति संरक्षण और नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
जनजातीय कल्याण के लिए प्रयास:
• सरकार की प्रतिबद्धता:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जाएंगे।
• प्रधानमंत्री जन-मन योजना:
विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के पात्र हितग्राहियों को, जिन्हें अब तक योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया था, आवश्यक परीक्षण और सर्वेक्षण के बाद लाभान्वित किया जाएगा।
• कृषि एवं बैंकिंग:
पीएम जनमन योजना के अंतर्गत जनजातीय वर्ग को किसान क्रेडिट कार्ड और जनधन बैंक खाते प्रदान करने में 100% कार्य हुआ है, साथ ही जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड तथा पीएम किसान सम्मान निधि के क्रियान्वयन में 99% उपलब्धि दर्ज की गई है।
संस्कृति एवं धार्मिक सुविधाएं:
• संस्कृति संरक्षण:
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
• वन क्षेत्रों में पूजा-पाठ:
वन क्षेत्रों में जनजातीय समाज के देव स्थलों पर पूजा-पाठ के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वन विभाग को इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
• वन्या रेडियो
वन्या रेडियो के माध्यम से जनजातीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के प्रयास चल रहे हैं, तथा समुदाय के धार्मिक मुखियाओं, तड़वी, पटेल, भुमका आदि के माध्यम से संस्कृति संवर्धन हेतु कदम उठाए जा रहे हैं।
शैक्षिक एवं सामुदायिक विकास:
• विद्यार्थियों के लिए विशेष कोचिंग:
जनजातीय विद्यार्थियों को आकांक्षा योजना के तहत विशेष कोचिंग का लाभ दिया जाएगा।
• बटालियन में जनजातीय भागीदारी:
धार जिले में बटालियन में तीन चौथाई जनजातीय वर्ग के लोग शामिल करने की पहल हुई है। इसी तरह के प्रयास मंडला, डिण्डौरी और अन्य पूर्वी अंचल के जिलों में भी किए जाएंगे।
विशेष आयोजन एवं विकास कार्यक्रम:
रानी दुर्गावती की प्रथम राजधानी रही सिंग्रामपुर में मंत्री-परिषद की बैठक, रानी दुर्गावती के नाम पर एसएएफ की बटालियन का नामकरण और वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम से सागर में विश्वविद्यालय प्रारंभ करने के निर्णय लिए गए हैं।
• विश्वविद्यालय एवं स्मृति कार्यक्रम:
खरगोन में क्रांतिसूर्य टंट्या मामा विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया गया है, और शीघ्र ही जनजातीय समुदाय में सम्मान प्राप्त गोंड राजा भभूत सिंह की स्मृति में आयोजन किया जाएगा।
• ग्रामीण आधारभूत संरचनाएं:
आदिवासी गांव-गांव तक सड़क के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 24 जिलों में जून 2025 तक कार्य पूर्ण हो रहे हैं, तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत जनजातीय समाज को पक्का घर दिलवाने का भी प्रबंध किया गया है।
• “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान”:
इस अभियान में सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूरे किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए संचालित सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश अग्रणी है। राज्य सरकार की ये पहल न केवल जनजातीय समुदाय के जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास है, बल्कि उनकी संस्कृति, शिक्षा, और धार्मिक गतिविधियों के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।