पब्लिक फर्स्ट। जम्मू कश्मीर। उबैद मेहदी।

मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में शुक्रवार, 28 मार्च 2025 को ‘यौम-ए-कुद्स’ (कुद्स दिवस) के अवसर पर विशाल रैलियाँ आयोजित की गईं, जिनमें हज़ारों लोगों ने भाग लिया और फ़िलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की।

शुक्रवार की नमाज़ के बाद, बडगाम में एक विशाल विरोध रैली निकाली गई, जिसमें शिया और सुन्नी दोनों समुदायों के लोगों ने भाग लिया। इस रैली का आयोजन अंजुमन-ए-शरी शियान ने किया था।​

बडगाम के मगाम कस्बे में सबसे बड़ी रैली आयोजित की गई, जिसमें हज़ारों महिला प्रदर्शनकारियों ने भाग लिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस रैली का आयोजन ‘तंज़ीम-उल-मकातिब’ और ‘जम्मू कश्मीर शिया एसोसिएशन’ ने किया था। प्रदर्शनकारियों ने बैनर और तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर लिखा था, “फ़िलिस्तीन को उनकी मदद के लिए और लोगों की ज़रूरत है, उनके लिए प्रार्थना करें, ग़ाज़ा के बच्चों के लिए प्रार्थना करें, इज़राइल और अमेरिका मुर्दाबाद” आदि। रैली में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी भी देखी गई, जिन्होंने फ़िलिस्तीन के लोगों के समर्थन में अपनी आवाज़ बुलंद की।​

‘यौम-ए-कुद्स’ हर साल रमज़ान के आखिरी शुक्रवार को मनाया जाता है, जिसमें दुनिया भर के मुसलमान फ़िलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हैं और यरुशलम (अल-कुद्स) की स्वतंत्रता की मांग करते हैं।

बडगाम में आयोजित इन रैलियों ने इस वैश्विक समर्थन को दर्शाया और फ़िलिस्तीन के लोगों के संघर्ष के प्रति संवेदनशीलता प्रकट की।

publicfirstnews.com

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