पब्लिक फर्स्ट । उज्जैन । अमृत बैंडवाल ।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक व्यापक संदेश दिया है, जिसमें उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की है और जल संवर्धन के महत्व पर जोर दिया है।

  • जनता से अपील और विकास की दिशा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सरकार की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए जनता को साथ लेकर आगे बढ़ना अनिवार्य है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट निर्माण में भी प्रदेश की जनता से सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। साथ ही, प्रदेश में सभी प्रमुख त्यौहार अब मिल-जुलकर मनाए जाएंगे, जिससे सामाजिक एकता और सामूहिक भावना को प्रोत्साहन मिलेगा।

  • जल संवर्धन – संरचनाओं का जीर्णोद्धार एवं नव निर्माण

मुख्यमंत्री ने जल संकट को दूर करने के लिए जल संवर्धन की दिशा में एक महा अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान में 30 मार्च से प्रदेश व्यापी “जल गंगा संवर्धन” शुरू किया जाएगा, जिसमें बारिश के जल का अधिक से अधिक संचयन किया जाएगा। इस अभियान के तहत नवीन जल संरचनाओं के निर्माण के साथ-साथ पुरानी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा। इस पहल से प्रदेश के भूजल स्तर में सुधार की आशा जताई जा रही है।

  • राज्य स्तरीय जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट से “जल गंगा संवर्धन” अभियान का राज्य स्तरीय शुभारंभ किया। यह अभियान ग्रीष्म ऋतु में 30 जून तक 90 दिनों से अधिक समय तक निरंतर चलेगा। अभियान के दौरान प्रति दिन छोटी-बड़ी जल संरचनाएं स्थापित की जाएंगी, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जल संरक्षण अभियान देशभर में एक व्यापक जन-आंदोलन बन चुका है, और राज्य सरकार ‘खेत का पानी खेत में – गांव का पानी गांव में’ के सिद्धांत पर इस दिशा में काम कर रही है।

publicfirstnews.com

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