पब्लिक फर्स्ट । नई दिल्ली । ब्यूरो रिपोर्ट ।
‘विक्रमोत्सव 2025’ के अंतर्गत 12 से 14 अप्रैल तक दिल्ली के लाल किला मैदान स्थित माधवदास पार्क में सम्राट विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित भव्य मंचन किया जाएगा। 250 से अधिक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत यह महानाट्य सम्राट के जन्म से लेकर उनके सम्राट बनने तक की वीरगाथा को सजीव रूप में दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेगा।
महानाट्य का लेखन पद्मश्री डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित ने किया है, जबकि निर्देशन कर रहे हैं संजीव मालवीय। मंचन की भव्यता को और भी प्रभावशाली बनाने के लिए रथ, पालकी, घोड़े और अत्याधुनिक एलईडी ग्राफिक्स के विशेष प्रभावों का प्रयोग किया जाएगा।
- शोभा यात्रा और सांस्कृतिक रंग
कार्यक्रम की शुरुआत शुक्रवार, 11 अप्रैल को दिल्ली के फतेहपुरी, चांदनी चौक से सम्राट विक्रमादित्य की शोभायात्रा के साथ होगी, जो लाल किला मैदान तक पहुंचेगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता इस शोभायात्रा की मुख्य अतिथि होंगी।
शोभा यात्रा में पारंपरिक वेशभूषा, शाही रथ, घोड़े और ढोल-नगाड़ों के साथ एक अद्भुत सांस्कृतिक संगम देखने को मिलेगा।
- MP की संस्कृति और स्वाद का संगम
इस आयोजन में केवल नाट्य मंचन ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की कला, संस्कृति और खानपान की भी शानदार प्रस्तुति होगी।
मप्र पर्यटन विकास निगम द्वारा कार्यक्रम स्थल पर विशेष फूड कोर्ट लगाया जाएगा, जहां दर्शक प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। साथ ही प्रदर्शनी के माध्यम से मध्यप्रदेश की लोकसंस्कृति, हस्तशिल्प और ऐतिहासिक विरासत को भी दर्शाया जाएगा।
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा
“प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से मध्यप्रदेश सरकार ‘विरासत से विकास’ के मंत्र पर काम कर रही है। सम्राट विक्रमादित्य जैसे ऐतिहासिक नायकों की गाथाएं नई पीढ़ियों को प्रेरित करेंगी।”
उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य का शासनकाल भारतीय ज्ञान परंपरा का स्वर्ण युग था, जिसे जीवंत रूप में पेश कर हम आने वाली पीढ़ियों को उनके गौरव से जोड़ना चाहते हैं।
विशेष :
दिल्ली में होने वाला यह आयोजन सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भारत की महान परंपराओं, नायकों और विरासत को जनमानस तक पहुंचाने का सार्थक प्रयास है।
सम्राट विक्रमादित्य की गाथा अब रंगमंच पर जीवंत होगी – अद्भुत, अभूतपूर्व और अविस्मरणीय।
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