पन्ना टाइगर रिजर्व के झिन्ना बफर क्षेत्र से एक अत्यंत दुखद और चिंताजनक मामला सामने आया है। जंगल के किनारे गांव के पास लगभग चार माह के एक तेंदुए के शावक का शव मिला है, जो वन विभाग की गश्ती टीम को दो से तीन दिन बाद दिखाई दिया। सबसे हैरानी की बात यह रही कि यह इलाका रिहायशी क्षेत्र के बेहद करीब है, फिर भी पार्क प्रबंधन को इस घटना की भनक तक दो दिन तक नहीं लगी।
प्रबंधन की ओर से इस मामले को लेकर कोई आधिकारिक प्रेस नोट तक जारी नहीं किया गया है, जिससे यह संदेह और भी गहरा हो गया है कि कहीं घटना को दबाने की कोशिश तो नहीं हो रही।
फील्ड डायरेक्टर अंजना सुचिता तिर्की ने बताया कि शावक का शव झिन्ना बफर में पाया गया और पोस्टमार्टम में उसके नाखून, दांत आदि सभी अंग सुरक्षित पाए गए, जिससे शिकार की संभावना फिलहाल नहीं जताई जा रही है। हालांकि पूरे क्षेत्र को सर्च कराया गया है और जांच जारी है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि अगर डॉग स्क्वॉड के आने से पहले ही शव को हटा दिया गया, तो क्या यह किसी साक्ष्य को मिटाने की कोशिश थी? और क्या पार्क प्रबंधन अपनी लापरवाही छिपाने का प्रयास कर रहा है?
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