उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य के मदरसों के पाठ्यक्रम में भारतीय सेना के वीरता पूर्ण अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को शामिल करने का फैसला किया है। यह कदम मुस्लिम समुदाय के छात्रों में देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करने और उन्हें भारतीय सेना के शौर्य से अवगत कराने के उद्देश्य से उठाया गया है。 
धामी सरकार की राष्ट्रवादी पहलें:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने शिक्षा प्रणाली में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
• श्रीमद्भगवद गीता का समावेश: राज्य के स्कूलों में बच्चों को श्रीमद्भगवद गीता पढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जिससे वे भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों से परिचित हो सकें。 
• मदरसों में संस्कृत की पढ़ाई: मदरसों में संस्कृत को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की योजना बनाई गई है, ताकि छात्रों को विविध भाषाओं का ज्ञान प्राप्त हो सके。 
• अवैध मदरसों पर कार्रवाई: राज्य में अवैध रूप से संचालित मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए, 15 दिनों में 52 मदरसों को सील किया गया है, जिससे प्रदेश के मूल स्वरूप की रक्षा हो सके। 
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का महत्व:
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना का एक गौरवशाली अभियान है, जिसकी जानकारी से छात्रों में राष्ट्र के प्रति समर्पण और गर्व की भावना विकसित होगी。 मदरसों में इस अध्याय के शामिल होने से छात्रों को सेना के बलिदानों और वीरता की कहानियों से प्रेरणा मिलेगी, जिससे वे देश की सुरक्षा और सम्मान के प्रति जागरूक बनेंगे。 
निष्कर्ष:
पुष्कर सिंह धामी सरकार के इन फैसलों से स्पष्ट है कि वे राज्य में शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रप्रेम, सांस्कृतिक समावेश और विधि का शासन स्थापित करने के प्रति प्रतिबद्ध हैं। मदरसों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अध्यायों का समावेश न केवल छात्रों को भारतीय सेना के शौर्य से परिचित कराएगा, बल्कि उन्हें एक सशक्त और जागरूक नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करेगा।
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