पब्लिक फर्स्ट । किसान फ़र्स्ट ब्यूरो । नई दिल्ली ।
• भारत में 2025 में ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई का कुल क्षेत्रफल 83.93 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो 2024 के मुकाबले 9.21 लाख हेक्टेयर अधिक है। यह पिछले साल से 12.33% की उल्लेखनीय वृद्धि है।
• धान की बुवाई 35.86 लाख हेक्टेयर, दालों की बुवाई 24.25 लाख हेक्टेयर और मोटे अनाज (श्री अन्न) की बुवाई 14.37 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो सभी में पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ोतरी दर्शाती है।
• तिलहन फसलों का क्षेत्र 9.45 लाख हेक्टेयर रहा, जिसमें मामूली वृद्धि दर्ज की गई है।
मंडी भाव अपडेट
• आज 3 जून 2025 को प्रमुख मंडियों में गेहूं 2760-3055 रुपये/क्विंटल, सोयाबीन 3515-3700 रुपये/क्विंटल, मक्का 3800 रुपये/क्विंटल, डॉलर चना 6400-9800 रुपये/क्विंटल और देसी चना 5600-7500 रुपये/क्विंटल बिक रहा है।
वैज्ञानिक उपलब्धि
- भारतीय वैज्ञानिकों ने पपीते की फसल को लीफ कर्ल रोग से बचाने के लिए RNA आधारित टीका विकसित किया है, जिससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
सारांश
देश में इस समय ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई में ऐतिहासिक वृद्धि, मंडी भाव में उतार-चढ़ाव और पपीते की बीमारी पर वैज्ञानिक समाधान किसानों के लिए सबसे बड़ी खबरें हैं
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