मुख्य बिंदु

  • उज्जैन की मनीषा भटनागर कतर में फंसी
  • मिसाइल अटैक के बाद परिजनों ने जताई चिंता
  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गृह मंत्री अमित शाह से की सहायता की अपील
  • राज्य सरकार और केंद्र के बीच समन्वय से मदद जारी
  • सीएम बोले – हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है सरकार
  • ईरान-इजराइल सीजफायर से परिजनों को राहत

कतर में फंसी महिला को लेकर सीएम ने दिखाई तत्परता

मध्यप्रदेश के उज्जैन निवासी मनीषा भटनागर जो इस समय कतर की राजधानी दोहा में फंसी हुई हैं, उन्हें सुरक्षित भारत लाने के लिए सरकार ने तेजी से प्रयास शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस संबंध में मदद की अपील की है।


मुख्यमंत्री का बयान – हर नागरिक की सुरक्षा जरूरी

डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि मनीषा भटनागर दोहा में फंसी हैं और उनके पति रजत भटनागर ने मदद की गुहार लगाई थी। इस पर संवेदनशीलता दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने तुरंत केंद्र सरकार से समन्वय करने और अधिकारी स्तर पर जरूरी निर्देश जारी करने को कहा है।


परिजनों की बढ़ी चिंता, मिसाइल हमलों की जानकारी

मनीषा के पति रजत भटनागर ने बताया कि उनकी पत्नी का फोन रात को आया था। उन्होंने कहा, “मनीषा ने बताया कि आसमान में मिसाइल और ड्रोन नजर आ रहे हैं। कतर में हालात बिगड़ते लग रहे हैं, जिससे काफी घबराहट हो रही थी।”
परिजनों ने राज्य सरकार और भाजपा नेताओं से संपर्क किया और मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचाया गया।


परिवार ने जताया आभार, अब उम्मीद बंधी

परिजनों ने मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए त्वरित एक्शन पर संतोष जताया है। रजत भटनागर ने कहा, “मुख्यमंत्री ने जो संवेदनशीलता दिखाई, वह सराहनीय है। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने हमारी मदद की।” उन्होंने कहा कि आज सुबह यह जानकारी मिली कि ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर हो गया है, जिससे कुछ हद तक राहत मिली है।

युद्ध संकट के बीच सरकार का मानवीय प्रयास

ईरान-इजरायल युद्ध जैसे संवेदनशील हालातों के बीच भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर है। मनीषा भटनागर को सुरक्षित लाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय लगातार जारी है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार अपने हर नागरिक की सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है।

निष्कर्ष

मध्यप्रदेश की सरकार ने युद्ध जैसे हालात में फंसी अपनी नागरिक मनीषा भटनागर की सुरक्षित वापसी के लिए तत्परता से कदम उठाए हैं। यह मानवीय संवेदनशीलता और प्रशासनिक सजगता का उदाहरण है। अब सबकी निगाहें केंद्र सरकार के प्रयासों और कतर में स्थिर हो रहे हालातों पर टिकी हैं।

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