श्रावण मास में शिवभक्ति अपने चरम पर है और उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में जल अर्पण करने पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में एक विशेष और भव्य कावड़ यात्रा ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा और सक्रिय नेता विधायक गोलू शुक्ला के नेतृत्व में इंदौर से उज्जैन तक विशाल कावड़ यात्रा निकाली गई।
करीब 100 किलोमीटर की पैदल यात्रा में सैकड़ों शिवभक्त शामिल हुए। यह यात्रा न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक समरसता, जनसंपर्क और जन-जागरूकता का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। विधायक गोलू शुक्ला पूरे रास्ते अपने समर्थकों और शिवभक्तों के साथ ‘हर हर महादेव’ के जयकारे लगाते हुए चलते नजर आए।
पदयात्रा के दौरान रास्ते भर शहरवासियों और ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया। जगह-जगह मंच सजाए गए, फूलों की वर्षा की गई, और शिवभक्तों को जलपान तथा विश्राम की व्यवस्था दी गई। इस आयोजन में शामिल लोगों ने बताया कि यह यात्रा केवल एक धार्मिक कर्तव्य नहीं, बल्कि समाज को एकजुट करने का अवसर भी है।
महाकाल के दर्शन की इस पदयात्रा ने उज्जैन में माहौल को पूरी तरह भक्तिमय कर दिया। कावड़िए डमरू की ध्वनि, भजन-कीर्तन और भगवा रंग के परिधानों में पूरे रास्ते शिवभक्ति में लीन रहे। रास्ते में यात्रियों की सुविधा के लिए चिकित्सा और जल वितरण की व्यवस्था भी की गई थी।
इस आयोजन की खास बात यह रही कि गोलू शुक्ला जैसे जनप्रतिनिधि ने खुद पैदल चलकर यह संदेश दिया कि समाज और धर्म से जुड़ाव केवल मंच से भाषण देने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे व्यवहार में उतारना चाहिए। उनकी यह पहल आम लोगों में अच्छी प्रतिक्रिया के रूप में देखी गई।
महाकाल मंदिर प्रशासन ने भी इस यात्रा के सफल संचालन और भीड़ प्रबंधन को लेकर व्यापक तैयारी की थी। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल की तैनाती की गई, जिससे यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।
श्रावण मास में ऐसे आयोजन धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक एकता को भी मजबूत करते हैं। उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का महत्व अत्यंत विशेष है, और ऐसी यात्राएं इस आस्था को और अधिक ऊंचाई देती हैं।
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